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बाबा रामदेव के खिलाफ दिग्विजय सिंह ने खोला मोर्चा, शरबत जिहाद वाले बयान पर FIR दर्ज करने की मांग

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विकास सिंह

, मंगलवार, 15 अप्रैल 2025 (19:48 IST)
भोपाल-योग गुरु बाबा रामदेव के शरबत जिहाद वाले बयान को लेकर मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने अब मोर्चा खोल दिया है। दिग्विजय सिंह ने राजधानी के टीटी नगर थाने में रामदेव के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है। राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने टीटी नगर थाने पहुंचकर बाबा रामदेव के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 196 (1) (क), 299 एवं आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के अंतर्गत मामला दर्ज करने की मांग की है।

अपनी शिकायत में दिग्विजय सिंह ने आरोप लगाया है कि बाबा रामदेव ने पतंजलि के गुलाब शरबत की मार्केटिंग करते हुए कहा कि शरबत के नाम पर एक कंपनी है जो शरबत देती है लेकिन वह शरबत से जो पैसा मिलता है उससे मदरसे और मस्जिद बनवाती है। रामदेव का यह बयान धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है एवं वैमनस्य पूर्ण एवं धार्मिक भावनाओं पर प्रतिकूल प्रभाव वाला है।

वहीं दिग्विजय सिंह ने राजधानी के एक होटल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बाबा रामदेव पर जमकर बरसे उन्होंने कहा कि हम ’व्यापारी’ रामदेव की बात इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्होंने अपने गुलाब शरबत को बेचने के लिए “रूह अफजा“ शरबत को हिंदू मुस्लिम विवाद में डाल दिया और मोहब्बत के शरबत को “शरबत जिहाद“ का नाम दे दिया। हमारा संविधान ऐसे नफरत भरे बयान देने की खिलाफत करता है जो आपस में बैर भाव उत्पन्न करें और देश का सद्भाव बिगाड़ने का प्रयास करें।

दिग्विजय सिंह का आरोप है कि रामदेव का बयान न सिर्फ एक खास समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है, बल्कि समाज में नफरत फैलाने की कोशिश भी है। उन्होंने कहा कि इस तरह की बातें देश को तोड़ने का काम करती हैं और कानून के तहत इस पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। दिग्विजय सिंह ने कहा कि वह एक हफ्ते इंतजार करेंगे लेकिन अगर उसके बाद भी एफआईआर दर्ज नहीं होती है तो वह कोर्ट का रूख करेंगे।

इसके साथ दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा और आरएसएस ने धर्म का दुरुपयोग करके देश में नफरत फैलाने के लिए बहुत सारे लोग तैयार किए हैं। जो कि प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से देश को बांटने का काम करते हैं। इनका उद्देश्य सिर्फ हिंदू वोटों का ध्रुवीकरण करना है। ’व्यापारी’ रामदेव का नाम जिन्होंने हिंदुत्व, स्वदेशी और राष्ट्रवाद के नाम से नफरत का बीज तो बोया ही बोया, उसी की आड़ में पतंजलि के गुणवत्ता विहिन उत्पादों को बेचने का काम भी बखूबी किया।

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