इंदौर। पुलिसकर्मियों ने चोरी की शंका में गिरफ्तार एक युवक की थाने में इस कदर पिटाई की कि सुनने वालों के भी रोंगटे खड़े हो गए। पुलिसकर्मियों ने उसे उल्टा लेटाकर उसके तलवों पर डंडे मारे। उसके पैरों के नाखून उखाड़ दिए गए। यहां तक कि उसे निर्वस्त्र कर उसे करंट भी लगाया।
इतना ही नहीं उसकी वृद्ध मां को भी हिरासत में लेकर युवक के सामने पीटना शुरू कर दिया। युवक इन अत्याचारों को सहन नहीं कर सका। देर शाम युवक की तबीयत बिगड़ गई और मौत हो गई। यह आरोप एक महिला ने एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र से मिलकर पुलिस पर लगाया।
महिला टीआई सस्पैंड : वरिष्ठ अधिकारियों ने इस मामले में तत्काल कार्रवाई करते हुए महिला टीआई समेत सभी आरोपी पुलिसकर्मियों को तत्काल सस्पेंड कर ज्यूडिशियल जांच बैठा दी है।
क्या है पूरा मामला : एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र के मुताबिक तीन दिन पूर्व अरिहंत नगर निवासी कन्फेशनरी कारोबारी प्रहलाद जोशी के यहां चोरी हुई थी। पुलिस इस संबंध में संजू से पूछताछ कर रही थी। घटना गांधीनगर थाने पर मंगलवार रात करीब 8 बजे की है। इंदरसिंह व तीन पुलिसकर्मी 22 वर्षीय संजू पिता हिंदूसिंह निवासी इंजलाय नैनोद मल्टी के पास गांधीनगर को मृत अवस्था में एमवाय अस्पताल लेकर पहुंचे। कुछ देर बाद अफसर पहुंचे और कहा कि संजू की थाने में पूछताछ के दौरान तबीयत बिगड़ गई। कुछ देर बाद संजू के परिजन थाने पहुंच गए और टीआई नीता देअरवाल व 4 पुलिसकर्मियों पर हत्या का आरोप लगाया।
मेरे भाई व मां को हाथ-पैर बांध पीटा : मेरा भाई मिस्त्री है। मंगलवार दोपहर 2 बजे पुलिसकर्मी राजेश, शिव, सुनील रघुवंशी, इंदरसिंह राठौर व महिला सिपाही मान ने संजू को पकड़ लिया और कहा तूने चोरी की है। उसे थाने में दिनभर पीटते रहे। उन्होंने मां नंदीबाई (60) को भी चांटे मारे और बंद कर दिया। शाम को तीन-चार पुलिसवाले मेरे घर आए और बोले संजू ने चोरी कबूल कर ली है। चोरी के जेवरात तेरे घर छुपाए हैं। मैंने कहा, मेरे पास जेवर नहीं हैं। मेरे पास यह पायल है। उसका बिल भी है। पुलिस वाले मुझे भी थाने ले गए। वे मां और भाई को हाथ-पैर बांधकर पीट रहे थे। कुछ देर बाद संजू को निकाला और थाने की गाड़ी में लेकर अस्पताल भागे।