इंदौर। क्रेडिट कार्डों की गोपनीय जानकारी खरीदकर बड़े पैमाने पर ऑनलाइन खरीदारी और विदेशों में अय्याशी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह के एक और सदस्य को मध्यप्रदेश पुलिस के साइबर दस्ते ने बुधवार को धर दबोचा। गिरोह के दो सदस्य पहले ही पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं।
राज्य साइबर सेल की इंदौर इकाई के पुलिस अधीक्षक जितेंद्र सिंह ने बताया कि आरोपी की पहचान जबलपुर निवासी गौरव कुमार सिंह (25) के रूप में हुई है।
उन्होंने बताया कि गौरव संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक शेख अफजल उर्फ शोजी के साइबर गिरोह से जुड़ा है। यह गिरोह डार्क वेब (इंटरनेट का गुप्त संसार जो अवैध कारोबार के लिए कुख्यात है) की कुछ वेबसाइटों पर हैकरों द्वारा उपलब्ध कराई क्रेडिट कार्डों की डीटेल खरीदता है। फिर इस गोपनीय जानकारी का दुरूपयोग कर विदेशों के हवाई टिकटों, पर्यटन पैकेज और महंगी चीजों की ऑनलाइन खरीदी करता है।
सिंह ने बताया कि इस साइबर फर्जीवाड़े के जरिये गौरव फिलीपींस और बैंकॉक की यात्रा कर चुका है। उसके कब्जे से महंगे कपड़े भी जब्त किए गए हैं, जो उसने फर्जीवाड़े के जरिये कुछ वेबसाइट से खरीदे थे।
पुलिस के साइबर दस्ते ने इस मामले में रामकुमार पिल्लै और रामप्रसाद नाडर को 16 अक्टूबर को गिरफ्तार किया था। दोनों मुंबई के रहने वाले हैं।
पुलिस अधीक्षक ने बताया, 'डार्क वेब पर लोगों के क्रेडिट कार्डों की डीटेल खरीदने के लिए आरोपी बिटकॉइन (आभासी मुद्रा) के ऑनलाइन वॉलेट के जरिये भुगतान करते थे। अगर इस भुगतान को भारतीय मुद्रा के सन्दर्भ में आंका जाए, तो उन्हें हर क्रेडिट कार्ड की डीटेल खरीदने के लिए महज 500 से 800 रुपए चुकाने पड़ते थे।' (भाषा)