Dharma Sangrah

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

ग्वालियर में बनेगा देश का पहला टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन, 27 अप्रैल को इंदौर आईटी कॉन्क्लेव में होगा करार

ग्वालियर के साडा क्षेत्र में बनने वाले टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन में टेलीकॉम से जुड़े सभी उपकरण बनेंगे

Advertiesment
हमें फॉलो करें Country's first telecom manufacturing zone will be built in Gwalior

विकास सिंह

, मंगलवार, 22 अप्रैल 2025 (12:19 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश के ग्वालियर में देश का पहला टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन बनाया जाएगा। ग्वालियर के साडा क्षेत्र की 350 एकड़ जमीन पर बनने वाले इस टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन (टीएमजेड) में टेलीकॉम सेक्टर से जुड़ी सभी एसेसरीज, सिस्टम्स, कम्पोनेंटस, वाइफाई, ऑप्टिकल्स, मोबाइल डिवाइसेस, सिमकार्ड, एंटीना, टेलीकॉम चिप्स सहित नई 6जी टेक्नॉलाजी के लिए अनुसंधान का कार्य भी किया जाएगा।

टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन में टेलीकॉम सेक्टर की डिक्सॉन, वॉयकॉन, आईबीएम, निक्सन एवं एरिक्सन जैसे सभी बड़ी कम्पनियां निवेश करेगी। जिससे ग्वालियर के साथ प्रदेश में टेलीकॉम सेक्टर का विस्तार होगा और सेवाएं भी बेहतर होंगी। ग्वालियर सांसद भारत सिंह कुशवाह ने ग्वालियर के टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन की सौगात देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी  का आभार जताया है। 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने टेलीकॉम सेक्टर में निवेश करने के इच्छुक कंपनी के प्रतिनिधियों से चर्चा करते हुए कहा कि ग्वालियर, जबलपुर जैसे क्षेत्रों में टेलीकॉम सेक्टर के विकास की असीम संभावनाएं हैं। सरकार टेलीकॉम सेक्टर के विकास के लिए निवेशकों को हर संभव सहयोग करेगी।

चर्चा में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि आगामी 27 अप्रैल को इंदौर में आईटी कॉन्क्लेव होने जा रही है। इच्छुक निवेशक इसमें अपना प्रस्ताव दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन के निर्माण के लिए बड़े लैण्ड बैंक की आवश्यकता होगी। निवेशकों से कहा कि कम जमीन में ज्यादा निर्माण इकाईयां स्थापित करने से लागत भी कम होगी और प्रबंधन में भी आसानी होगी। निवेशक इसी दिशा में आगे बढ़ें। मुख्यमंत्री के साथ बैठक में निवेशकों ने कहा कि वे विचार-विमर्श कर जल्द ही अपना निर्णय लेंगे और सरकार को अवगत कराएंगे। 

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि हमारी सरकार प्रदेश के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। दूरसंचार सुविधाओं का विकास एवं विस्तार आज की बड़ी जरूरत है। मध्यप्रदेश में टेलीकॉम सेक्टर के विकास के लिए यहां आने वाले हर उद्यमी, हर निवेशक का स्वागत है। टेलीकम्यूनिकेशन फेसिलिटीज को बेहतर बनाकर हम प्रदेश के हर क्षेत्र व केन्द्रीय दुर्गम इलाकों में कनेक्टिविटी बढ़ाना चाहते हैं। मध्यप्रदेश देश का हृदय स्थल है। निवेशक राज्य की देश में केन्द्रीय स्थिति का भरपूर लाभ उठाएं। टेलीकॉम सेक्टर में इन्वेस्ट करने के लिए मध्यप्रदेश आने वाले हर निवेशक के हितों का सरकार पूरा ध्यान रखेगी।

देश का पहला टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन- ग्वालियर में बनने जा रहा टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन (टीएमजेड) करीब 350 एकड़ जमीन पर बनेगा। इस टीएमजेड में टेलीकॉम सेक्टर से जुड़ी सभी एसेसरीज (सहायक उपकरण), सिस्टम्स, कम्पोनेंटस, वाइफाई, ऑप्टिकल्स, मोबाइल डिवाइसेस, सिमकार्ड, एंटीना, टेलीकॉम चिप्स सहित टेलीकॉम सेक्टर में नई 6जी टेक्नॉलाजी के लिए अनुसंधान एवं विकास के कार्य भी किए जाएंगे।

साडा का होगा कायाकल्प- ग्वालियर आईटी पार्क में लगभग 70 एकड़ एवं साडा ग्वालियर क्षेत्र में 300 एकड़ भूमि की मांग निवेशकों द्वारा की गई है। साडा ग्वालियर की 271 हेक्टेयर भूमि औद्योगिक नीति एवं प्रोत्साहन विभाग को हस्तांतरित करने का निर्णय लिया गया है। साडा ग्वालियर क्षेत्र में औद्योगिकीकरण एवं नगरीकरण की कार्यवाही साथ-साथ होने से क्षेत्र का विकास तेजी से होने की संभावना है। साडा के समीपवर्ती क्षेत्र से ग्रीन कॉरिडोर एक्सप्रेस वे भी बनाया जाना संभावित है। इससे आगरा-दिल्ली की दूरी कम हो जाएगी और लगभग 50 मिनट की अवधि में ग्वालियर से आगरा की दूरी तय की जा सकेगी। इससे कम्पनियों को लॉजिस्टिक का व्यय कम से कम होगा। साडा क्षेत्र से ही ग्वालियर वेस्टर्न बायपास का निर्माण भी शीघ्र प्रारंभ हो रहा है। इससे आगरा-मुम्बई (एबी रोड) से सीधी कनेक्टिविटी हो जाएगी। साडा क्षेत्र से दिल्ली-नागपुर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर भी निकल रहा है। इससे इस क्षेत्र में स्थापित होने वाली औद्योगिक इकाईयों को भरपूर लाभ होगा।

क्या है टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन?-वर्ष 2025 में ग्लोबल टेलीकॉम मार्केट लगभग यूएसडी 2.10 ट्रिलियन का अनुमानित है, जिसमें भारत की हिस्सेदारी यूएसडी 53.18 बिलियन है। ग्लोबल टेलीकॉम मार्केट में अपनी भागीदारी बढ़ाने के लिए भारत के पास यह एक अत्यंत महत्वपूर्ण अवसर आया है। इसी उद्देश्य से भारत को टेलीकॉम सेक्टर में आत्मनिर्भर बनाने के लिए दूरसंचार विभाग, संचार मंत्रालय भारत में विशेष टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन बनाने की योजना पर काम कर रहा है। इस टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन का लक्ष्य भारत में हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग, अनुसंधान एवं डिजाइन तथा विस्तृत इको-सिस्टम को प्रोत्साहित करना है।

ग्लोबल इन्वेस्टर्स को आकर्षित करने के लिए, टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन के अंतर्गत प्लग एंड प्ले इंफ्रास्ट्रक्चर, फिस्कल एवं नॉन-फिस्कल इन्सेंटिव्स एवं अन्य सुविधाएं देना प्रस्तावित है। प्रस्तावित टीएमजेड के अंतर्गत दूरसंचार विभाग द्वारा अत्याधुनिक एवं विश्वस्तरीय टेस्टिंग लैब्स एवं डिजाइन सेंटर जैसी सहायक सुविधाओं का भी विकास किया जाएगा। मध्यप्रदेश की सेंट्रल लोकेशन, स्ट्रॉन्ग लॉजिस्टिक्स इंफ्रास्ट्रक्चर एंड कनेक्टिविटी, विकसित औद्योगिक इको सिस्टम, एवं अनुकूल नीतियां, इसे टेलीकॉम मैन्युफैक्चरिंग जोन के लिए आदर्श और निवेश आकर्षित करने वाला स्थान बनाती हैं।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

रामबन त्रासदी के बाद राजमार्ग पर फंसे हजारों यात्री, NGO ने किस तरह दिया सहारा?