मध्यप्रदेश में गर्मी शुरू होते ही पानी को लेकर भी संघर्ष शुरू हो गया है। ताजा मामला बुंदेलखंड के पन्ना जिले का है जहां एक युवक की पानी को लेकर हुई तनातनी के चलते हत्या कर दी गई। पानी को लेकर हुए इस संघर्ष को जातिवाद से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
जिले के देवेंद्र नगर थाना क्षेत्र के ग्राम जगदहा में जब रामकिशोर कुशवाहा नामक एक युवक पानी भरने गया तो उस समय ब्राह्मण जाति के लोग पानी भर रहे थे और वहां अन्य लोगों को पानी भरने से मना किया जा रहा था। उनका कहना था कि पहले हम लोग पानी भरेंगे, बाद में तुम लोग भरना। फिलहाल तुम हैंडपंप से दूर रहो वरना हमारे बर्तन अपवित्र हो जाएंगे।
दरअसल, उस समय तो मामला बहस पर समाप्त हो गया मगर घटना की देर रात जब युवक अपने घर जा रहा था तो घात लगाए बैठे लोगों ने उस पर हमला बोल दिया। युवक की लाठी, डंडों, लोहे की राडों से ताबड़तोड़ पिटाई कर दी और भाग गए।
बाद में युवक को गंभीर हालत में जिला अस्पताल पन्ना लाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। आरोप है कि मृतक रामकिशोर को गांव के ही जलज, सलेहा, बिज्जन पांडे, बिक्कू पांडे, वीरू पांडे आदि ने साथियों के साथ मिलकर मारा है।
घटना की रिपोर्ट थाने में कर दी गई है, पुलिस मामले की जांच कर रही है। फिलहाल सभी आरोपी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।
जलसंकट को लेकर हरपालपुर में मटके फोड़े : दूसरी ओर छतरपुर जिले के हरपालपुर में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पेयजल संकट दूर करने की मांग को लेकर नगर परिषद का घेराव किया। कार्यकर्ताओं ने नगर परिषद पहुंचकर मटके फोड़कर प्रदर्शन किया और जब अधिकारियों और अध्यक्ष ने नहीं सुनी तो अपनी मांग को लेकर धरने पर बैठ गए।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि वह पेयजल संकट दूर करने के लिए एसडीएम को ज्ञापन देना चाह रहे थे, लेकिन कोई भी अधिकारी ज्ञापन लेने नहीं पहुंचा।