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विधानसभा चुुनाव के लिए कांग्रेस जून में जारी कर सकती है वचन पत्र, जिलों के लिए अलग से चुनावी घोषणा पत्र

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विकास सिंह

, सोमवार, 17 अप्रैल 2023 (13:28 IST)
भोपाल। 2018 के मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत में पार्टी का वचन पत्र गेमचेंजर साबित हुआ था। इस बार भी विधानसभा चुनाव में भी कांग्रेस ने अपना पूरा फोकस वचन पत्र पर कर दिया है। पार्टी विधानसभा चुनाव से 6 महीने पहले जनता के सामने अपना वचन पत्र ला सकती है। अगामी जून में वचन पत्र जनता के सामने लाकर कांग्रेस उसका प्रचार-प्रसार कर चुनाव में उसका फायदा लेने की रणनीति पर काम कर रही है।

जिला स्तर पर भी आएगा वचन पत्र-नवंबर-दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस प्रदेश स्तर के साथ जिला स्तर पर भी अपना वचन पत्र लाने की तैयारी में है। पार्टी विधानसभा चुनाव के प्रदेश स्तर पर अपना वचन पत्र बनाने के साथ जिले स्तर पर भी वचन पत्र बना रही है। पार्टी जिले स्तर के अपने वचन पत्र में स्थानीय मुद्दों को शामिल करेगी। जिला स्तर पर बनने वाले वचन पत्र में कांग्रेस जिला स्तर पर बड़ी समस्याओं और जनता की मांगों को शामिल कर सरकार आने पर उनको प्रथामिकता से पूरा करने का वचन जनता को देगी। दरअसल जिला स्तर पर वचन पत्र लाने के पीछे कांग्रेस की रणनीति एकदम साफ है। पार्टी विधानसभा चुनाव को स्थानीय मुद्दों पर लड़ना चाह रही है न कि राष्ट्रीय मुद्दों पर।

वचन पत्र के ड्राफ्ट पर अंतिम चर्चा- सोमवार को भोपाल में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के आवास वचन पत्र समिति की बैठक हुई। बैठक में वचन पत्र को अंतिम स्वरूप देने के लेकर वचन पत्र समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह, नेता प्रतिपक्ष डॉक्टर गोविंद सिंह, सुरेश पचौरी,  मुकेश नायक, बाला बच्चन, सज्जन वर्मा, तरुण भनोट सहित पार्टी के अन्य नेताओं ने मंथन किया। कांग्रेस विधानसभा चुनाव में किसान कर्ज माफी, महिलाओं को 1500 रुपए महीने भत्ता, 500 रुपए में गैस सिलेंडर और लोगों को सस्ती बिजली देने औऱ किसानों के बिजली बिल माफ करने जैसे प्रस्ताव शामिल कर सकती है।

वचन पत्र के सहारे भाजपा को घेरने की रणनीति-2018 विधानसभा चुनाव में भाजपा से अधिक सीटें हासिल कर सत्ता में आने वाली कांग्रेस भले ही 15 महीने में सत्ता से बाहर हो गई हो लेकिन इस बार पार्टी सत्ता में कमबैक करने की पूरी तैयारी कर रही है। सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस जमीनी तैयारी करने के साथ जनता के सामने एक विजन पेश करने जा रही है जिसको पार्टी ने वचन पत्र का नाम दिया है।

1-महिलाओं को 1500 रु और 500 में गैस सिंलेंडर- कांग्रेस अपने वचन पत्र में प्रदेश में आधी आबादी यानि महिलाओं के वोट बैंक को साधने के लिए कई बड़े वादे करने जा रही है। इसमें सत्ता में आने पर महिलाओं को 1500 रुपए हर महीने देने के साथ 500 रुपए में गैस सिलेंडर देने का वादा करेगी। कांग्रेस नेताओं ने स्थानीय तौर पर इसकी शुरुआत  भी कर दी है। सागर में विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे कांग्रेस नेता ने विधानसभा क्षेत्र की 6 महिलाओं  को 1500 रुपए देकर इसकी शुरुआत भी कर दी है।

2-किसानों की कर्ज माफी का वादा–2018 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने किसानों की कर्जमाफी का जो ट्रंपकार्ड खेला था उसने कांग्रेस के पंद्रह साल के वनवास को खत्म कर एक बार फिर सत्ता तक पहुंचा दिया था।। अब कांग्रेस 2023 के विधानसभा चुनाव में फिर एक बार किसान वोट बैंक को साधने के लिए कर्जमाफी का वादा करने जा रही है। इसके साथ ही पार्टी किसानों का बिजली बिल आधा करने, किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य देने के साथ फसल का नुकसान होने पर उचित मुआवजा देने का वादा करने जा रही है।

3-किसानों के बिजली बिल की माफी- कांग्रेस अपने वचन पत्र में किसानों के बिजली बिल की माफी को शामिल कर सकती है। इसके साथ पार्टी शहरी क्षेत्र में निर्धन वर्ग के लोगों को 100 रूपए में 100 यूनिट बिजली देने का वादा कर सकती है। दरअसल मध्यप्रदेश में ग्रामीण इलाकों में किसानों के बिजली बिल का मुद्दा इस वक्त प्रदेश की राजनीति में गर्माया हुआ है और कांग्रेस इसका चुनावी लाभ लेने की तैयारी में है।  

4-युवाओं को रोजगार और बेरोजगारी भत्ता देने का वादा- विधानसभा चुनाव में कांग्रेस युवा वोटरों  को साधने के लिए रोजगार देने का वादा करने के साथ सत्ता में आने पर बेरोजगारी भत्ता देने का वादा करने जा रही है। पार्टी अपने वचन पत्र में सत्ता आने पर बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के साथ-साथ दो से ढाई हजार तक बेरोजगारी भत्ता देने का वादा कर सकती है।

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