बैतूल। मध्यप्रदेश के बैतूल जिले की एक अदालत गुरुवार को एक अनोखी पेशी की गवाह बनी। आठनेर पुलिस ने भैंसदेही न्यायालय के प्रथम श्रेणी न्यायाधीश तथागत याग्निक के समक्ष दो मुर्गों और उनके मालिकों लक्ष्मण और बाबूराव को आरोपियों की तरह पेश किया।
आरोपियों को चार दिन पहले जुआ अधिनियम के तहत पुलिस गिरफ्त में लिया गया था, जिसके बाद से आठनेर पुलिस दोनों मुर्गों की आवभगत में जुटी थी। न्यायालय का इस मामले में फैसला आना अभी बाकी है।
आठनेर थाना प्रभारी प्रवीण कुमरे ने बताया कि 14 जनवरी को सूचना के आधार पर ग्राम खैरी के बाजार पर छापा मारा, जहां मुर्गों की लड़ाई पर लोग हार-जीत के दांव लगा रहे थे। पुलिस जैसे ही पहुंची, दांव लगाने वाले लोग मुर्गों को छोड़ कर भाग निकले। इस दौरान आरोपियों की नौ मोटरसाइकिलें, दो मुर्गे और एक आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। सभी को आज अदालत में पेश किया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक हवालात में बंद इन दोनों मुर्गों के लिए दाना-पानी का इंतजाम पिछले कई दिन से पुलिस के ही जिम्मे था। क्षेत्र में गांव-गांव में लगने वाले हाट बाजारों में मुर्गे की लड़ाई पर जुआ खेला जाता है। इस खेल में लोग लाखों रुपये लगाते हैं। (वार्ता)