भोपाल। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की एक तस्वीर आई है, जिसमें वह संगमरमर के दो बड़े-बड़े पत्थरों पर खड़े होकर एक पौधा लगाने के बाद उसमें पानी डालते हुए नजर आ रहे हैं और इस दौरान एक व्यक्ति उनके ऊपर छाता खोलकर पकड़े हुए है, ताकि बारिश के पानी से उनको बचाया जा सके।
मुख्यमंत्री के सूचना प्रसार से जुड़े एक अधिकारी ने कहा कि चौहानजी रोजाना एक पौधा लगाते हैं और उसमें पानी डालते हैं। खराब मौसम के बावजूद वह पेड़ लगाते हैं और उसमें पानी डालते हैं।
विपक्षी दल कांग्रेस ने चौहान पर तंज कसने के लिए उनकी यह तस्वीर ट्विटर पर डाली है, जिसमें वह भोपाल स्थित स्मार्ट सिटी पार्क में संगमरमर के दो बड़े-बड़े पत्थरों पर खड़े होकर एक पौधा लगाने के बाद उसमें पानी डालते हुए नजर आ रहे हैं और इस दौरान एक व्यक्ति उनके ऊपर छाता खोलकर पकड़े हुए है, ताकि बारिश के पानी से उनको बचाया जा सके। कांग्रेस ने चौहान पर तंज कसते हुए लिखा है कि ये हैं माटी के लाल, किसान पुत्र।
मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया समन्वयक नरेन्द्र सलूजा ने चौहान की इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए ट्वीट किया, 'माटी के लाल, किसान पुत्र शिवराज जी का गीली मिट्टी पर महंगा पत्थर बिछवाकर बरसात में छाता लगाकर पौधों को पानी डालते हुए विहंगम दृश्य…..।'
सलूजा द्वारा डाले गए इस पोस्ट पर एक व्यक्ति लिखा, 'क्या गजब की नौटंकी है - छाता, बारिश, कैमरा और एक्शन। इस पर ट्विटर पर कमेंट लिखते हुए एक व्यक्ति ने कहा, 'अंदाज अपना अपना।
वहीं, एक अन्य ट्वीट में कहा गया, 'नेताओं का अहंकार। प्रचार की इच्छा उनसे ऐसी मूर्खतापूर्ण हरकतें करवाती हैं। इन्हें लगा होगा कि इनके पानी के आगे आसमान के पानी में दम नहीं।'
एक अधिकारी ने कहा कि हम ऐसी घटिया बातों पर टिप्पणी नहीं करना चाहते। सम्मान में अगर कोई उनके लिए संगमरमर के पत्थर बिछाता है और बारिश से भींगने के लिए उनके ऊपर छाता खोलकर पकड़ता है तो चौहानजी क्या कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि चौहानजी रोजाना एक पौधा लगाते हैं और उसमें पानी डालते हैं। खराब मौसम के बावजूद वह पेड़ लगाते हैं और उसमें पानी डालते हैं। क्या यह प्रशंसनीय कार्य नहीं है? हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि चौहान की यह तस्वीर भोपाल में खींचीं गई है।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री चौहान ने प्रतिदिन पौधारोपण के संकल्प के क्रम में बृहस्पतिवार को भोपाल स्थित स्मार्ट सिटी पार्क में अशोक का पौधा लगाया था और इसकी एक तस्वीर मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग की वेबसाइट पर भी डाली है, जिसमें वह संगमरमर के दो पत्थरों पर खड़े होकर इस पेड़ को लगा रहे हैं। (भाषा)