Hanuman Chalisa

Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
webdunia

MP में हर सेक्टर में मौजूद है निवेश की अपार संभावनाएं, GIS-2025 में बोले CM मोहन यादव

Advertiesment
हमें फॉलो करें Chief Minister Yadav addressed the industrialists at GIS 2025 programme

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

, बुधवार, 12 फ़रवरी 2025 (21:21 IST)
  • भारत विश्व की तीसरी आर्थिक शक्ति बनने की ओर अग्रसर
  • जीआईएस भोपाल के लिए उद्योगपतियों को किया आमंत्रित
  • अनेक देशों ने दिखाई मध्यप्रदेश में निवेश की रुचि
Chief Minister Dr. Mohan Yadav News : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि मध्यप्रदेश में हर सेक्टर में निवेश की अपार संभावनाएं मौजूद है। यहां नर्मदा, ताप्ती आदि नदियों की अपार जल राशि है, निरंतर बिजली उपलब्ध है, वन संपदा है, सड़कों, रेलवे और वायु मार्ग का अच्छा नेटवर्क है और उद्योगों को बड़ी रियायतें हैं। मुख्यमंत्री ने आगामी 24 एवं 25 फरवरी को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में झीलों, पहाड़ों और वन संपदा से युक्त सुंदर भोपाल शहर में आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में अधिक से अधिक निवेश करें और इन तारीखों को अविस्मरणीय बनाएं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव बुधवार को नई दिल्ली में जीआईएस-2025 के कर्टेन रेजर कार्यक्रम में उद्योगपतियों को संबोधित कर रहे थे।
 
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि हमारे देश के चमत्कारी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्व की 5वीं अर्थव्यवस्था के बाद अब तीसरी आर्थिक शक्ति बनने की ओर तेजी से अग्रसर हो रहा है। इस कार्य में निवेशकों का महत्वपूर्ण योगदान है। भारत प्राकृतिक संसाधनों के साथ मानव संसाधन में भी आगे है। हम उद्योगों को बढ़ाकर ही आगे बढ़ सकते हैं। हमारे प्रधानमंत्री मोदी विश्वभर का भ्रमण कर भारत की प्रगति के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में पूरी दुनिया में भारत का मान-सम्मान बढ़ा है।
 
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश की उद्योग एवं निवेश नीति निवेशकों के लिए बहुत फ्रेंडली है। हम स्टार्ट-अप्स को विशेष महत्व दे रहे हैं। उद्योगों में विभिन्न प्रकार की रियासतों के साथ ही इस बात का सर्वाधिक ध्यान रखा जाता है कि उनके सारे काम समय से हो जाएं।
Chief Minister Yadav addressed the industrialists at GIS 2025 programme

मध्यप्रदेश में जमीन दिल्ली की तुलना में एक बटे 40 गुना और मुंबई की तुलना में एक बटे 100 गुना सस्ती है। मध्यप्रदेश में सभी सेक्टर में विशेष रूप से टेक्सटाइल के क्षेत्र में निवेश की असीमित संभावना है। हम टेक्सटाइल्स पर 200 प्रतिशत इंसेंटिव देते हैं, हमारा कॉटन उच्च गुणवत्ता का है। मेरी जापान यात्रा के दौरान यूनिक्लो कंपनी के मलिक ने भी इस बात का उल्लेख किया था।
 
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि एक समय लोग उद्योगपतियों से मिलने में झिझक महसूस करते थे, लेकिन हमने उस धारणा को बदला है। हम निरंतर उद्योगपतियों, निवेशकों से संवाद कर रहे हैं। प्रदेश में छोटे-छोटे स्थान पर रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव आयोजित की गई हैं। समाज में उद्योगपतियों का महत्वपूर्ण स्थान है। उद्योगों से रोजगार उत्पन्न होते हैं और रोजगार से लोगों की आजीविका चलती है। वे एक तरह से उद्योगपति समाज के पालक हैं।
 
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आज दुनिया कह रही है कि हम बुद्ध के रास्ते पर चलकर युद्ध से विमुक्त होंगे। महात्मा बुद्ध हमारे ही देश के थे। भारत ने ही सारे विश्व को शांति और सर्व कल्याण का संदेश दिया है। हम शांति और विकास के पक्षधर हैं।
 
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत ने बनाई वैश्विक मंच पर पहचान
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने जीआईएस-2025 के दिल्ली में इन्वेस्ट एम.पी. कर्टेन रेजर कार्यक्रम में कहा कि भोपाल में 24-25 फरवरी को होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का कर्टेन रेज़र केवल एक औपचारिक कार्यक्रम न होकर संभावनाओं से भरपूर, सशक्त और समृद्ध मध्यप्रदेश की एक झलक थी। हमारे निवेश के 3डी मॉडल को आज दुनियाभर के उद्योग जगत ने सराहा है।
Chief Minister Yadav addressed the industrialists at GIS 2025 programme
यह मॉडल निवेशकों की ड्राइव, प्रदेश के डेवलपमेंट और हमारी डिटरमिनेशन का प्रतीक है। हम निवेशकों के साथ एक मजबूत साझेदारी बनाकर मध्यप्रदेश को नवाचार और औद्योगिक क्रांति का केंद्र बनाने की दिशा में निरंतर कार्यरत रहेंगे। यह हमारे लिए गर्व की बात है कि मध्यप्रदेश आगे बढ़ते हुए एक इंडस्ट्री रेडी स्टेट बन रहा है। हमने सभी सेक्टर के उद्योगपतियों को आमंत्रित किया है। 
 
400 से अधिक प्रतिभागी हुए शामिल
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि आयोजन में 400 से अधिक प्रतिभागियों ने भागीदारी की जिसमें नई दिल्ली एवं आसपास के क्षेत्रों के निवेशक शामिल हुए। साथ ही 40 देशों के राजनयिक और व्यापारिक प्रतिनिधि, राजदूत, उच्चायुक्त, काउंसलर, मुख्य सचिव आर्थिक व व्यापारिक विशेषज्ञ आदि शामिल हुए। आयोजन में 15 से अधिक प्रमुख उद्योगपतियों से वन–टू–वन मीटिंग की गई जिसमें से जागृत कोटेचा (सीईओ, पेप्सिको भारत और दक्षिण एशिया), पुनित डालमिया (चेयरमैन, डालमिया भारत), माधवकृष्ण सिंघानिया (जॉइंट मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ, जेके सीमेंट), विनीत मित्तल (चेयरमैन, अवाडा ग्रुप), जीन-मार्क लेक्लरक्यू (सीईओ, सॉफलेट माल्ट), रिकान्त पिट्टी (संस्थापक, ईज माय ट्रिप), विनय व्यास (सीईओ, फ्यूजन एक्स एनर्जी), अनिल चालमालासेटी (ग्रुप सीईओ और एमडी, ग्रीनको ग्रुप), विनीत आर्य (वाइस चेयरमैन, जेबीएम समूह), राहुल मित्तल (चेयरमैन एवं मैनेजिंग डायरेक्टर, RITES) और सुश्री अनुसूया रे (वाइस प्रेसिडेंट कॉर्पोरेट अफेयर्स, ऐबी-इनवेव इंडिया) शामिल थे।
 
अनेक देशों ने दिखाई मध्यप्रदेश में निवेश की रुचि
ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 के कर्टन-रेज़र कार्यक्रम में विभिन्न देशों के राजदूतों ने मध्यप्रदेश को संभावनाओं से भरपूर निवेश गंतव्य बताते हुए विभिन्न क्षेत्रों में निवेश की इच्छा जताई। ऑस्ट्रेलिया के राजदूत ने शिक्षा, कृषि और कौशल विकास में सहयोग को प्राथमिकता देने की बात कही, जबकि मैक्सिको के राजदूत ने प्रदेश की नीतियों की सराहना करते हुए निवेश संभावनाओं पर सकारात्मक रुख प्रकट किया।
अलबानिया के राजदूत ने शहरी नियोजन के क्षेत्र में अपनी रुचि व्यक्त की, वहीं जिम्बाब्वे के राजदूत ने कृषि क्षेत्र में साझेदारी को लेकर उत्साह दिखाया। स्लोवेनिया के राजदूत ने पर्यटन क्षेत्र में निवेश और सहयोग की संभावनाओं को लेकर अपनी प्रतिबद्धता जाहिर की। विभिन्न देशों की रुचि इस बात का प्रमाण है कि मध्यप्रदेश अपनी रणनीतिक नीतियों, सुदृढ़ अधोसंरचना और निवेश-अनुकूल वातावरण के कारण वैश्विक निवेशकों का पसंदीदा स्थान बन रहा है।
 
रणनीतिक निवेश गंतव्य के रूप में उद्योग जगत की पहली पसंद है मध्यप्रदेश 
सीआईआई नॉर्दर्न रीजन के चेयरमैन और जेके सीमेंट के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ श्री माधवकृष्ण सिंघानिया ने कहा कि प्रदेश की रणनीतिक स्थिति, निवेश अनुकूल नीतियां और सुगम प्रक्रियाएं इसे निवेशकों के लिए आकर्षक स्थल बनाती हैं।
 
उन्होंने बताया कि जेके सीमेंट ने वर्ष 2016 में कटनी में वॉल पुट्टी प्लांट की स्थापना के साथ प्रदेश में अपनी औद्योगिक यात्रा शुरू की थी। इसके बाद उज्जैन और पन्ना में भी संयंत्र स्थापित किए गए। हाल ही में कंपनी ने पन्ना में 3 हजार करोड़ रूपये निवेश करने की घोषणा की है। मध्यप्रदेश की रणनीतिक भौगोलिक स्थिति लॉजिस्टिक्स के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
 
प्रदेश में उच्चस्तरीय अधोसंरचना, सुव्यवस्थित प्रशासनिक प्रक्रिया और उद्योग-अनुकूल नीतियां निवेशकों को आकर्षित कर रही हैं। विभिन्न सेक्टर-फोकस्ड नीतियों के माध्यम से सरकार निवेशकों की आवश्यकताओं के अनुसार सुधार कर रही है, जिससे मध्य प्रदेश एक वास्तविक निवेश-फ्रेंडली राज्य के रूप में उभर रहा है। अवाडा ग्रुप चेयरमैन श्री विनीत मित्तल ने भी अपने अनुभव साझा किए।
 
2 इंटरैक्टिव राउंड टेबल बैठकें हुईं
कर्टेन रेजर कार्यक्रम में दिल्ली में दो इंटरैक्टिव राउंड टेबल मीटिंग हुई। पहली इंटरैक्टिव राउंड टेबल प्रमुख दूरसंचार कंपनियों के साथ हुई, जिसमें भारत में दूरसंचार के भविष्य और मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों पर चर्चा हुई। कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य सचिव, मध्यप्रदेश सरकार के स्वागत भाषण से हुई। डीपीआईआईपी के प्रमुख सचिव ने प्रस्तावित टेलीकॉम पार्क की जानकारी दी, जो राज्य के डिजिटल बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
इस कार्यक्रम में केन्द्रीय दूरसंचार मंत्रालय, डिक्सन टेक्नोलॉजीज, रिलायंस जियो, एरिक्सन और नोकिया सहित प्रमुख उद्योग विशेषज्ञों ने भाग लिया। चर्चाओं में 5-जी, मेक इन इंडिया, दूरसंचार उपकरण निर्माण और कौशल विकास जैसे विषयों पर जोर दिया गया। साथ ही ग्वालियर के पास प्रस्तावित टेलीकॉम पार्क, सरकारी सब्सिडी, और निवेशकों को आकर्षित करने के लिए नीतिगत सुधारों पर विचार-विमर्श हुआ।
 
दूसरी इंटरैक्टिव राउंड टेबल, प्रमुख राजदूतों और राजनयिकों के साथ हुई। इसमें जीआईएस-2025 की रणनीतिक रूपरेखा प्रस्तुत कर अंतर्राष्ट्रीय निवेशकों को मध्यप्रदेश में उपलब्ध निवेश अवसरों से अवगत कराया गया। मध्यप्रदेश की व्यापक औद्योगिक क्षमता, निवेश अनुकूल नीतियां और सुदृढ़ अधोसंरचना को प्रस्तुत किया गया। बैठक में 40 देशों के 51 राजनयिक और व्यापारिक प्रतिनिधि शामिल हुए। इनमें 13 राजदूत, 4 उच्चायुक्त, 5 चार्ज द’अफेयर, 3 डिप्टी हेड्स, 6 काउंसलर, 4 प्रथम सचिव, 2 द्वितीय सचिव, और 5 आर्थिक एवं व्यापारिक विशेषज्ञ शामिल थे।
 
जीआईएस में यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी और जापान जैसे विकसित राष्ट्र पार्टनर कंट्री
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में यूनाइटेड किंगडम, जर्मनी और जापान जैसे विकसित राष्ट्र पार्टनर कंट्री के रूप में शामिल हो रहे हैं। यह वैश्विक प्रतिनिधित्व मध्यप्रदेश में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार और निवेश के बढ़ते अवसरों को दर्शाता है।
 
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि नई दिल्ली में आयोजित कर्टेन रेज़र कार्यक्रम में राजदूतों, निवेशकों, नीति-निर्माताओं और विभिन्न सेक्टर के उद्योगपतियों से संपर्क कर मध्यप्रदेश के औद्योगिक विकास में उनकी भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए आग्रह किया गया। उन्हें बताया कि निवेशकों के लिए सहज प्रक्रियाएं, पारदर्शी नीति ढांचा और 24x7 सरकारी सहयोग सुनिश्चित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नवाचार, स्टार्ट-अप्स, और मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए नई नीतियां लाई जा रही है, प्रोत्साहन योजनाएं लागू की गई हैं। जीआईएस-2025 से मध्यप्रदेश निवेश अभियान के अगले सोपान में प्रवेश कर रहा है। राजा भोज की नगरी, झीलों की नगरी, प्रदेश की राजधानी भोपाल में 24-25 फ़रवरी को रहा ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का भव्य आयोजन किया जाएगा।  
 
प्रधानमंत्री मोदी करेंगे GIS 2025 का शुभारंभ
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का शुभारंभ करेंगे। देश-विदेश के 20 हज़ार से अधिक निवेशक, उद्योगपति एवं अन्य महानुभाव होंगे शामिल। साथ ही 40 देशों के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। समिट में शहरी विकास से लेकर आईटी तक, रिन्यूएबल एनर्जी से लेकर टूरिज्म तक, हर सेक्टर पर फोकस्ड सेशन्स होंगे। मध्यम, सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों हेतु एमएसएमई समिट एवं प्रवासी मध्यप्रदेश समिट आयोजित की जाएगी। ग्लोबल साउथ सेशन के माध्यम से विकासशील देशों के साथ नई साझेदारी की संभावनाएं तलाशी जाएंगी।  
 
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि जीआईएस इनोवेटर्स, स्टार्ट-अप्स फ़ाउंडर्स और उद्योग लगाने वाले युवाओं के लिए बिज़नेस ग्रो करने का सुनहरा अवसर। मध्यप्रदेश तेजी से उभरते हुए औद्योगिक और निवेश हब के रूप में स्थापित हो रहा है।
जीआईएस-2025 इस दिशा में एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करेगा, जहां वैश्विक और राष्ट्रीय निवेशक राज्य की असीम संभावनाओं का लाभ उठा सकते हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि दिल्ली में हुआ कर्टेन रेजर कार्यक्रम मध्यप्रदेश को वैश्विक निवेश मानचित्र पर एक नई ऊंचाई पर ले जाएगा। हम प्रदेश की आर्थिक उन्नति, रोजगार सृजन और समग्र विकास के लिए निरंतर प्रयासरत रहेंगे।
 
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी निवेशकों को मध्यप्रदेश आने और इस समिट में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने सभी राजदूत, निवेशकों, उद्योगपतियों और नीति-निर्माताओं को धन्यवाद दिया जिन्होंने इस कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग दिया। उन्होंने कहा कि आइए, हम सभी मिलकर मध्यप्रदेश को निवेश और विकास का आदर्श केंद्र बनाएं।
 
मुख्यमंत्री डॉ. यादव हैं डायनेमिक एवं इंडस्ट्री फ्रेंडली
मुख्य सचिव अनुराग जैन ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डायनेमिक और इंडस्ट्री फ्रेंडली है। उनका मानना है कि विकास समन्वित और चहुंमुखी होना चाहिए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव की इसी विचार के कारण मध्यप्रदेश में 7वीं ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट पहली बार भोपाल में आयोजित होने जा रही है। मुख्य सचिव जैन ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ. यादव द्वारा इस समिट के पहले प्रदेश के विभिन्न अंचलों में विकास को तीव्र गति से पहुंचाने के लिए रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया।
 
इतना ही नहीं मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने देश के प्रमुख शहरों के साथ ही यूके, जर्मनी और जापान जाकर निवेशकों को मध्यप्रदेश के विकास में भागीदार बनने के लिए आमंत्रित किया। मुख्य सचिव जैन ने कहा कि जीआईएस-2025 झीलों के शहर भोपाल में रिजर्व फॉरेस्ट के बीच प्राकृतिक सौन्दर्य के विशिष्ट वातावरण में होने जा रही है। उन्होंने ऋग्वेद का उल्लेख करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश की जीवनदायिनी नर्मदा नदी के दर्शन मात्र से पुण्य प्राप्त होता है।
 
प्रदेश का इंदौर शहर 7 बार से लगातार स्वच्छता में प्रथम स्थान प्राप्त कर रहा है और प्रदेश स्वच्छता में दूसरे स्थान पर है। मध्यप्रदेश नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी प्रदेश है। अभी यहां पर कुल ऊर्जा में नवकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी 30 प्रतिशत की है, जो कि 2030 तक बढ़कर 50 प्रतिशत हो जाएगी। उन्होंने उद्योगपतियों से प्रदेश में आकर निवेश करने का अनुरोध किया।
 
मध्यप्रदेश में निवेश की अपार संभावनाएं 
प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन राघवेन्द्र कुमार सिंह ने कहा कि मध्यप्रदेश में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। मुख्यमंत्री डॉ. यादव अपना सर्वाधिक समय उद्योग विभाग को देकर प्रदेश को औद्योगिक हब बनाने के लिए कृत संकल्पित होकर कार्य कर रहे हैं।
 
उन्होंने मध्यप्रदेश में होने वाली जीआईएस-2025 की विशेषताओं का उल्लेख करते हुए बताया कि इसमें सेक्टर- वाइस समिट होंगी और हर उद्योगपति को निवेश के लिए सरल और सहज सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। कार्यक्रम के दौरान जीआईएस-2025 पर केन्द्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया।

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

अखनूर आतंकी हमला : सगाई करके ड्यूटी पर लौटे थे मुकेश सिंह, शादी की तैयारियों के बीच घर पहुंचा शव, खुशी की जगह पसरा मातम