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राज्य की समृद्धि के लिए प्रदेशवासी आर्थिक और जातिगत विषमता खत्म करने का लें संकल्प: CM डॉ. मोहन यादव

सागर के गढ़ाकोटा में 23वें बुंदेलखंड स्तरीय कन्यादान समारोह में शामिल हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

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हमें फॉलो करें Chief Minister Dr. Mohan Yadav attended the 23rd Bundelkhand level Kanyadan ceremony in Gadhakota of Sagar Chief Minister Dr. Mohan Yadav

विकास सिंह

, गुरुवार, 1 मई 2025 (14:41 IST)
भोपाल। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव गुरुवार को सागर जिले के गढ़ाकोटा में आयोजित 23वें बुंदेलखंड स्तरीय कन्यादान समारोह में शामिल हुए, यहां बुंदेलखंड के विभिन्न जिलों से आए 3219 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। 29 कल्याणी विवाह, 24 अंतरजातीय जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ। मुख्यमंत्री ने नव विवाहित जोड़ों को आशीर्वाद और शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में आयोजित सामूहिक विवाह सम्मेलन समाज की प्रगतिशील सोच का परिचायक हैं। इनसे दहेज जैसी कुप्रथाओं, शादियों में फिजूल खर्ची पर रोक लगी है। ऐसे विवाह समारोह सरकार द्वारा प्रोत्साहित किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संकल्पानुसार बहन-बेटियों के कल्याण के लिए प्रदेशभर में मुख्यमंत्री कन्या विवाह/निकाह योजना अंतर्गत सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित हुए हैं। जहां कल्याणी बहनें और दिव्यांग जोड़े भी परिणय सूत्र में बंधे हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पुनर्विवाह को प्रत्साहित करने के लिए 2 लाख रुपए की सहायता दे रही है। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के अंतर्गत नवविवाहित दंपती को राज्य सरकार की ओर से 49 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाती है। सामूहिक विवाह सम्मेलनों से जातिगत विषमता को भी दूर किया जा रहा है।
Chief Minister Dr. Mohan Yadav attended the 23rd Bundelkhand level Kanyadan ceremony in Gadhakota of Sagar Chief Minister Dr. Mohan Yadav

विवाह दो परिवारों का मिलन और नए रिश्ते का शुभारंभ- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि राज्य सरकार हर वर्ग के कल्याण के साथ आगे बढ़ रही है। विवाह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह दो परिवारों का मिलन है। एक नए रिश्ते की शुरुआत है। ऐसे में परिवार की लाज रखते हुए अपने दामत्य जीवन को आगे बढ़ना है। हमें पिछले जन्म के पुण्य कर्मों के आधार पर मनुष्य जन्म मिला है। प्रधानमंत्री मोदी के मार्गदर्शन में देश और प्रदेश एक अलग दौर में पहुंच रहा है। मध्यप्रदेश की बेहतरी के लिए सभी प्रदेशवासियों को जातिगत विषमता और अमीर-गरीब का अंतर खत्म करने का संकल्प लेना चाहिए।

बुंदेलखंड वीरों और हीरों की धरती हैं- मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि बुंदेलखंड वीरों और हीरों की धरती है। यहां शेर की दहाड़ और आल्हा-ऊदल की वीरता की कहानियों से दुनिया बखूबी परिचित है। बुंदेलखंड के लोग वचन पूरा करने के लिए जान तक दांव पर लगा सकते हैं। यहां के किसानों को अब केन-बेतवा लिंक परियोजना से सिंचाई के लिए पानी मिलेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि  राज्य सरकार कृषि और किसानों समृद्ध करने के लिए 3 मई को मंदसौर में किसान मेला आयोजित कर रही है। इसके बाद जबलपुर और दमोह में भी मेले लगाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि किसान को फसल का उचित मूल्य मिले, सिंचाई का रकबा बढ़े और उन्नत खाद-बीज मिले, इसके लिए राज्य सरकार संकल्पित है। कृषि आधारित उद्योग स्थापित करने पर जोर दिया जा रहा है। किसानों और गौपालकों की आय बढ़ाने के लिए डॉ. भीमराव अंबेडकर कामधेनु योजना की शुरुआत की है। घर-घर को गोकुल बनाकर प्रदेश में दूध उत्पादन को 9 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत तक लेकर जाने का लक्ष्य रखा गया है। मध्यप्रदेश को आर्थिक रूप से समृद्ध बनाने के लिए गरीब, अन्नदाता (किसान), युवा और नारी सशक्तिकरण के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।

पूर्व मंत्री गोपाल भार्गव ने कहा कि राजनीति में रहते हुए वर्ष 2001 में गरीब कन्याओं के विवाह का संकल्प लिया था, तब अहिरवार समाज के समारोह में कन्यादान से इसकी शुरुआत हुई थी। इस कन्यादान समारोह से आज बुंदेलखंड के लोगों का तीन पीढ़ियों का रिश्ता बन गया है। बेटी का कन्यादान दुनिया का सबसे बड़ा पुण्य कार्य है।

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