सीधी। मध्यप्रदेश के सीधी में मंगलवार को हुए एक दर्दनाक हादसे में 54 यात्रियों से भरी बस नहर में गिर गई। हादसे के बाद से अब तक नहर से 40 शव निकाले जा चुके हैं। बस सीधी से सतना जा रही थी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार यात्रियों से भरी यह बस मंगलवार सुबह करीब साढ़े सात बजे नहर में गिर गई और पूरी तरह से पानी में डूब गई। यह बस नहर के तट से दिखाई भी नहीं दे रही है। आशंका है कि यह नहर की तेज बहाव में बह गई है और बचाव दल इस बस को नहर के गहरे पानी में ढूंढने में लगे हुए हैं।
सीधी जिले के पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत ने इस हादसे की पुष्टि की है और कहा कि इस वक्त वह बचाव अभियान में लगे हुए हैं। इसलिए विस्तृत ब्यौरा बाद में दिया जाएगा।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार कम से कम सात लोग नहर के पानी से तैरकर सुरक्षित बाहर आ गए हैं, जबकि बाकी यात्री लापता हैं।
गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, 'मध्य प्रदेश के सीधी जिले में हुआ बस हादसा बहुत दुःखद है, मैंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी से बात की है। स्थानीय प्रशासन राहत व बचाव के लिए हर संभव मदद पहुंचा रहा है। मैं मृतकों के परिजनों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं व घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।'
शिवराज कैबिनेट की बैठक स्थगित : मध्य प्रदेश के सीधी में बड़े हादसे के बाद शिवराज कैबिनेट की बैठक स्थगित कर दी गई है। हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य के लिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और राज्यमंत्री रामखेलावन पटेल को सीधी भेजा है। इसके साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद राहत और बचाव काम की निगरानी कर रही है।
गृह प्रवेशम कार्यक्रम स्थगित : मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सीधी में हुए हादसे पर जताया दुख। बस दुर्घटना से व्यथित सीएम ने गृह प्रवेशम कार्यक्रम स्थगित किया। उन्होंने कहा कि मैं भी तुरंत राहत और बचाव कार्य कार्य करने वाली टीम के संपर्क में सुबह 8:00 बजे से हूं। मैं लगातार उन्हीं के संपर्क में रहना चाहता हूं, 7 साथी बचाए जा चुके हैं। कोशिश यह है कि अपने भाई बहनों को सुरक्षित बचा पाए।
सीधी बस हादसे पर गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा का बयान : सीधी से सतना जा रही यात्री बस के नदी में गिरने के हादसे में चार व्यक्ति तैरकर बच निकल आए हैं। नदी में बस लोकेट की जा चुकी है। सभी घायलों को अस्पताल में पहुंचाया गया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी के मार्गदर्शन में राहत एवं बचाव कार्यों की सतत निगरानी की जा रही है।