जबलपुर में लड़की को गोली मारने के मामले में चार दिन बाद भी फरार भाजपा नेता प्रियांश विश्वकर्मा अब भी पुलिस गिरफ्त से फरार है। वहीं गंभीर हालत में भर्तीं पीड़िता वेदिका ठाकुर ने अस्पताल से जारी किए वीडियो में खुलासा किया है कि उसे प्रियांश विश्वकर्मा ने ही गोली मारी थी। वहीं गोलीकांड में घायल लड़की वेदिका की मां ज्योति ठाकुर ने आरोपी प्रियांश के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। वेदिका की मां ने आरोप लगाया है कि प्रियांश ने उसे मारने की कोशिश की है, यदि गोली धोखे से चलती तो वह सबूत नहीं मिटाता।
पुलिस ने आरोपी भाजपा नेता प्रियांश के खिलाफ गैर इरादतन हत्या के प्रयास (धारा 308 और 201) का मामला दर्ज कर लिया गया है। उसकी तलाश में पुलिस की कई टीमें लगी हुई हैं। घटना के बाद आरोपी प्रियांश अब भी फरार है। प्रियांश की आखिरी लोकेशन नरसिंहपुर में मिली है। प्रियांश की कार पड़ोसी जिले नरसिंहपुर के सुआतला थाना क्षेत्र में लावारिस हालत में मिली है। वहीं आरोपी प्रियांश का मोबाइल बंद है। प्रियांश की तलाश में पुलिस कई जगह छापेमारी कर रही है।
क्या है पूरा मामला?-जबलपुर में भाजपा नेता प्रियांश के ऑफिस में उसकी दोस्त ज्योति ठाकुर को संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लग गई थी। घटना के बाद प्रियांश अपने दफ्तर में लगे सीसीटीवी कैमरे की डीवीआर लेकर फरार हो गया था। प्रियांश ने घटना के बाद घंटों ज्योति को शहर के कई इलाकों में चक्कर लगाता रहा है और उसने दफ्तर में खून के धब्बे भी मिटाए।
वहीं अब इस पूरे मामले पर सियासत भी शुरु हो गई है। कांग्रेस ने पूरे मामले पर भाजपा को घेरते हुए कहा था कि भाजपा नेता प्रियांश ने हत्या की नीयत से ही एमबीए छात्रा वेदिका ठाकुर को अपने ऑफिस बुलाया और गोली मार दी।। वारदात के बाद आरोपी ने न केवल अपने ऑफिस से खून के धब्बे साफ किए, बल्कि घायल हालत में लड़की को अपनी कार में घुमाता रहा और बाद में निजी अस्पताल में दाखिल कर फरार हो गया।
वहीं कांग्रेस ने पुलिस पर पूरे मामले में भाजपा नेता को बचाने का आरोप लगाया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पुलिस इस मामले में आरोपी को बचाने के लिए मामले में लीपापोती कर रही है। वहीं भाजपा ने पूरे मामले पर पल्ला झाड़ने की कोशिश की है। भाजपा ने दावा किया है कि प्रियांश पार्टी का पदाधिकारी नहीं है और न पार्टी से उसका कोई संबंध है। जबलपुर भाजपा के नगर अध्यक्ष प्रभात साहू का कहना है कि यदि प्रियांश दोषी है तो उसके खिलाफ पुलिस कार्रवाई करे।