भोपाल। कर्नाटक में सिद्धारमैया सरकार ने पिछली भाजपा सरकार के बड़े फैसले को पलटते हुए धर्मांतरण कानून को रद्द करने का फैसला किया है। कर्नाटक में सत्ता में वापसी करते ही कांग्रेस सरकार के इस फैसले को लेकर चुनावी राज्य मध्यप्रदेश की सियासत गर्मा गई है। मध्यप्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने है और राज्य में सत्तारूढ़ दल भाजपा ने इसे कांग्रेस के हिंदू और हिंदुत्व विरोधी चेहरे से जोड़ दिया है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कर्नाटक में धर्मांतरण विरोधी कानून रद्द करके कांग्रेस का जेहादी चेहरा उजागर हुआ है। कर्नाटक में चुनावी हिंदू बन कर राहुल गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने छल किया और सत्ता पाने के लिए हनुमान भक्ति का ढोंग किया, उस कांग्रेस का चुनाव के बाद असली चेहरा सामने आ गया है। कांग्रेस का जो मूल चेहरा है वह जेहादी लोगों के समर्थन करने वाला है।
वहीं गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कर्नाटक में धर्मांतरण कानून वापस लेना कांग्रेस का हिडन एजेंडा है। कर्नाटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष कर्नाटक से आते है, इसलिए वह तो पूरे मामले पर कुछ बोलेंगे नहीं लेकिन राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से सवाल है कि जो धर्मांतरण कानून लड़कियों की सुरक्षा के लिए था। क्या कानून रद्द करना जिहादियों को संरक्षण देना नहीं है। एक बात स्पष्ट हो गई कि कांग्रेस का हाथ जिहादियों के साथ है।