Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

स्मृति, हेमामालिनी पर दिए बयान पर घिरे अरुण यादव, शिवराज ने दिलाई अमेठी की याद, BJP पहुंची चुनाव आयोग

उपचुनाव में भाजपा का अक्रामक चुनावी प्रचार, शिवराज ने कमलनाथ को जमकर घेरा

हमें फॉलो करें स्मृति, हेमामालिनी पर दिए बयान पर घिरे अरुण यादव, शिवराज ने दिलाई अमेठी की याद, BJP पहुंची चुनाव आयोग
webdunia

विकास सिंह

, गुरुवार, 21 अक्टूबर 2021 (20:55 IST)
भोपाल। मध्यप्रदेश में एक लोकसभा और तीन विधानसभा सीटों पर चल रहे उपचुनाव में आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है। गुरुवार को खंडवा लोकसभा सीट पर चुनाव प्रचार करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पूर्व सांसद अरुण यादव के बयान को लेकर कांग्रेस को जमकर घेरा। 

शिवराज ने कहा कि कांग्रेस का विकास से कोई लेना देना नहीं है। चुनाव में रोटी, कपड़ा, मकान और पढाई, दवाई और रोजगार मुद्दा होती है, लेकिन कांग्रेस के पास कोई मुद्दा नहीं है, इसलिए वह महिलाओं पर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं। केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी पर कांग्रेस नेताओं की टिप्पणी उनकी भ्रष्ट मानसिकता को दर्शाती है। कांग्रेसी यह भूल गए है कि यह वहीं स्मृति ईरानी है जिन्होंने इनके नेता राहुल गांधी को अमेठी में धूल चटाई है। 
 
वहीं अरुण यादव के केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और भाजपा सांसद हेमामालिनी पर टिप्पणी को लेकर भाजपा महिला मोर्चा के प्रतिनिधिमंडल ने चुनाव आयोग से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की। पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष एवं चुनाव प्रबंध समिति की सदस्य श्रीमती सीमा सिंह के नेतृत्व में चुनाव आयोग पहुंचा और कांग्रेस नेता अरूण यादव के खिलाफ शिकायत करते हुए उन पर आचारसंहिता के उल्लंघन की कार्यवाही किये जाने की मांग की।
 
कमलनाथ पर कसा तंज- शिवराज ने कमलनाथ पर हमला बोलतो हुए कहा कि कांग्रेस के नेता आते हैं भाषण फटकारते हैं और कमलनाथ जी भाषण कम देते हैं और ट्वीटर-ट्वीटर ज्यादा खेलते हैं। कमलनाथजी मुझे रोज ट्वीट करते रहते हैं, जरा इनसे भी पूछें तो कि तुमने कितनी सिंचाई की योजनाएं बनाईं। 
 
100 करोड़ वैक्सीनेशन चुनावी मुद्दा-खंडवा में चुनाव प्रचार करने पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने देश में 100 करोड़ वैक्सीनेशन पूरे होने पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अभिनंदन करते कहा कि कोविड की तीसरी लहर से बचने का सबसे प्रभावी हथियार वैक्सीन लगाना था।

अगर कांग्रेस के जमाने को देख लें तो ऐसी बीमारियों में कभी स्वदेशी वैक्सीन नहीं बनी, सिर्फ अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, जापान, जर्मनी में वैक्सीन बनती थी, उसके बाद भारत का टीकाकरण के लिए नंबर सबसे आखिरी में आता था। लेकिन यह प्रधानमंत्री के कार्यकुशलता का ही परिणाम है कि भारत स्वदेशी वैक्सीन बनाने के लिए आत्मनिर्भर बना है। आज देश में 100 करोड़ वैक्सीन के टीके लग चुके हैं। मुख्यमंत्री ने सभा के दौरान जनता से टीका लगवाने की अपील भी की। 
 

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

जलवायु परिवर्तन पर अधिक प्रयास करने की आवश्यकता : प्रिंस चार्ल्स