भोपाल। मध्यप्रदेश में बर्ड फ्लू का संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है। राजधानी भोपाल के साथ अब तक प्रदेश के 18 जिले बर्ड फ्लू संक्रमण की चपेट में आ चुके है। राजधानी भोपाल के कोलार और बैरसिया इलाके में मृत पक्षियों में बर्ड फ्लू के वायरस मिले है। वहीं अब तक प्रदेश में इंदौर, मंदसौर, आगर, नीमच, देवास, उज्जैन, खंडवा, खरगौन, गुना,शिवपुरी,राजगढ़,शाजापुर,विदिशा,होशंगाबाद,अशोकनगर,दतिया और बड़वानी में कौवों और जंगली पक्षियों में बर्ड फ्लू की पुष्टि हो चुकी है।
भोपाल में फैला बर्ड फ्लू !- राजधानी भोपाल में भी बर्ड फ्लू की पुष्टि हो गई है। शहर के कई वीआईपी इलाकों समेत कोलार और बैरासिया में बड़े पैमाने पर लगातार पक्षियों की मौत की सूचना मिली रही है। शहर के चार इमली, शहांजहानाबाद और कोलार की कई सोसाइटियों में पक्षियों की बीमार होने पर मरने की सूचना के बाद जिला प्रशासन अलर्ट गया है। मृत पक्षियों के सैंपल जांच के लिए भेज दिए गए है।
प्रदेश में बर्ड फ्लू के बढ़ते मामलों के बाद गृह विभाग ने सभी जिलों के कलेक्टर और एसपी को विशेष सतर्कता बरतते हुए केंद्र सरकार की गाइडलाइन का पालन करने के निर्देश दिए है। जिलों को भेजी गई गाइडलाइन के मुताबिक संक्रमित इलाको में पोल्ट्री उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध लगाना,संक्रमित क्षेत्रों पोल्ट्री व्यवसाय पर रोक लगाना, संक्रमित इलाकों की नाकेबंदी करना जिससे संक्रमण अन्य इलाकों में नहीं फैल सके इसके लिए ऐसे इलाकों में पुलिस पेट्रोलिंग के साथ नाकेबंदी करना आदि शामिल है।
प्रदेश के विभिन्न जिलों से 328 सैंपल जांच के लिए भोपाल स्थित राष्ट्रीय उच्च सुरक्षा रोग अनुसंधान प्रयोगशाला (एनआईएचएसएडी) भेजे जा चुके हैं। वहीं अलीराजपुर जिले से भेजे गये नमूनों में बर्ड फ्लू वायरस नहीं पाया गया है।