भोपाल। राजधानी में आठ साल की मासूम के साथ हैवानियत करने वाले आरोपी के खिलाफ पुलिस ने 48 घंटे के अंदर चालान पेश कर दिया है। आरोपी विष्णु प्रसाद ने कोर्ट में जज के सामने अपना अपराध कबूल करते हुए कहा कि शराब के नशे में उसने वारदात को अंजाम दिया।
वहीं सूत्र बताते हैं कि पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसको पोर्न साइट्स देखने की लत थी जिसके चलते उसने मासूम को पहले मौत के घाट उतारा फिर उसकी लाश के साथ रेप किया। वारदात के बाद जब उसको होश आया तो आरोपी को अपनी गलती का अहसास हुआ फिर आनन फानन में मासूम के शव को नाले में फेंककर फरार हो गया।
इससे पहले पुलिस के आला अफसरों ने भी मामूम के शरीर पर चोट के निशान नहीं मिलने पर शक जताया था कि आरोपी ने पहले मासूम को मारा होगा फिर उसका साथ यौन शोषण किया होगा। अब पोर्टमार्टम रिपोर्ट में भी इस बात की पुष्टि हो चकी है। पुलिस ने जब आरोपी के खिलाफ कोर्ट में चालान पेश किया तो आरोपी ने खुद जज के सामने अपना जुर्म कबूल करते हुए खुद के लिए फांसी की सजा की मांग की।
क्या कहते हैं मनोचिकित्सक – आरोपी विष्णु प्रसाद के कबूलनामा के बाद एक बार फिर पोर्न साइट्स को बैन करने की बात तेज हो गई है। वेबदुनिया ने पोर्न साइट्स किस तरह अपराध को बढ़ाती है इसको समझने के लिए मनोचिकित्सक डॉक्टर सत्यकांत त्रिवदी से बात की।
वेबदुनिया से बातचीत में डॉक्टर सत्यकांत कहते हैं कि पोर्न देखने के लत मनुष्य में मानसिक विकृति को जन्म देती है जिससे उसे अच्छे बुरे की समझ कम हो जाती है। वह कहते हैं कि इंटरनेट पर जिस तरह आसानी से पोर्न साइट्स उपलब्ध है उससे युवा आसानी से उनके ट्रैप में फंस जाता है और एक तरह से मानसिक अवचेतन की अवस्था में पहुंचकर अपराध की तरफ बढ़ता है। इसके लिए जरुरी है कि सरकार इसको बंद करने के लिए जरुरी कदम उठाए।
डॉक्टर सत्यकांत कहते हैं कि सरकार अगर इच्छाशक्ति दिखाए तो इन साइट्स को बंद कर सकती है। वह याद दिलाते हैं कि पिछली सरकार में इस दिशा में कुछ पहल भी हुई थी।