आध्यात्मिक गुरु और गृहस्थ संत भय्यू महाराज ने इंदौर स्थित अपने निवास पर गोली मारकर खुदकुशी कर ली। भय्यू महाराज की गिनती हाईप्रोफाइल संतों में होती थी। राजनीतिक गलियारों में भी उनकी अच्छी खासी पकड़ थी। कुछ समय मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार ने उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा देने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने उसे ठुकरा दिया था।
भय्यू महाराज का जन्म 1968 में मध्यप्रदेश के ही शुजालपुर के जमींदार परिवार में हुआ। उनका असली नाम उदयसिंह देखमुख है। एक जानकारी के मुताबिक उन्होंने कुछ समय एलआईसी में भी नौकरी की थी। इसके बाद वे अध्यात्म और समाज सेवा के क्षेत्र में आ गए। इस दौरान उनके राजनीतिक गलियारों में अच्छी घुसपैठ हो गई।
उनकी पहली पत्नी माधवी का दो साल पहले निधन हो चुका है। इसके बाद मार्च 2017 में उन्होंने शिवपुरी की रहने वाली डॉ. आयुषी के साथ दूसरा विवाह किया था। सदगुरु दत्त धार्मिक ट्रस्ट उनकी देखरेख में संचालित होता था। मध्यप्रदेश के अलावा महाराष्ट्र के कई क्षेत्रों में समाजसेवा से जुड़े उनके प्रकल्प चल रहे हैं।
मर्सीडीज जैसी महंगी गाड़ियों में चलने वाले भय्यू महाराज रोलेक्स ब्रांड की घड़ी पहनते थे और आलीशान बिल्डिंग में रहते थे। उन्होंने एक समय कपड़ों के एक ब्रांड के लिए मॉडलिंग भी की थी।
भय्यू महाराज के इंदौर में बापट चौराहा स्थित आश्रम पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री बिलासराव देशमुख, शिवराज पाटिल, जनरल वीके सिंह समेत कई फिल्मी सितारे आ चुके हैं।