भोपाल। कोरोना काल में 17 अक्टूबर से शुरू हो रहे नवरात्र में मध्यप्रदेश के सभी बड़े और छोटे मंदिर खुले रहेंगे। इस बात का ऐलान खुद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है। मुख्यमंत्री के इस एलान के बाद अब नवरात्र में मंदिरों के खुलने को लेकर संशय खत्म हो गया है। इससे पहले प्रदेश के मंदिरों में शामिल होने वाले मैहर,सलकनपुर और देवास की मंदिर समितियां कोरोना को देखते हुए नवरात्र में मंदिर नहीं खोलने का निर्णय कर चुकी थी।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि नवरात्र के दौरान प्रदेश के सभी देवी मंदिर खुले रहेंगे तथा श्रद्धालुजन आसानी से माता के दर्शन कर सकेंगे। परन्तु कोरोना संक्रमण के मद्देनजर प्रदेश की जनता से अपील है कि यथासंभव घर पर ही माता की पूजा-अर्चना करें तथा मंदिरों में भीड़ एकत्रित न हो। साथ ही उन्होंने जनता से कहा है कि वह अनिवार्य रूप से मास्क लगाने, एक-दूसरे के बीच पर्याप्त दूरी बनाए रखने, हाथ सैनेटाइज करने आदि सभी सावधानियों का पालन करे। थोड़ी सी असावधानी कोरोना संक्रमण का कारण बन सकती है।
200 से अधिक व्यक्ति एकत्रित न हों-मुख्यमंत्री ने कहा है कि मंदिर प्रांगण अथवा हॉल कितना भी बड़ा क्यों न हो, एक समय में वहां 200 से अधिक व्यक्ति एकत्रित नहीं होने चाहिएं। छोटे स्थानों पर उतने ही व्यक्ति एक बार में एकत्रित हों जिससे एक-दूसरे के बीच पर्याप्त दूरी बनी रहे। मंदिरों में दर्शन के लिए लगने वाली लाइनों में एक-दूसरे श्रद्धालु के बीच पर्याप्त अंतर हो, यह मंदिर प्रबंध समितियाँ तथा व्यवस्थापक सुनिश्चित करें।
दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित की जा सकेंगी- मुख्यमंत्री ने कहा कि नवरात्र पर दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित की जा सकेंगी तथा स्थापित की जाने वाली प्रतिमाओं पर 6 फीट ऊँचाई का प्रतिबंध नहीं है। परन्तु प्रतिमाएं स्थापित किए जाने तथा झांकियां बनाए जाने में इस बात का पूरा ध्यान रखा जाए कि उनके दर्शन श्रद्धालुओं को सुगमता से बिना रूके हो जाएं, जिससे कहीं भी भीड़ एकत्रित न हो। गुफा या इस प्रकार की झांकी न बनाई जाए, जिसके दर्शन में श्रद्धालु को सकरे रास्ते से अथवा झुककर जाना पड़े, अधिक समय लगे अथवा एक स्थान पर रूकना पड़े।
नहीं होंगे गरबा और चल समारोह- नवरात्र पर किसी भी प्रकार के गरबा उत्सव और चल समारोह नहीं होंगे। प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए आयोजन समिति के अधिकतम 10 व्यक्ति निर्धारित विसर्जन स्थलों पर जा सकेंगे। विसर्जन में भी पूरी सावधानियों एवं तत्संबंधी दिशा-निर्देशों का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा।
दशहरे पर होगा रावण दहन- दशहरे के अवसर पर रावण दहन किया जा सकेगा तथा रामलीलाएं भी हो सकेंगी। परन्तु कोरोना संक्रमण के मद्देनजर एक-दूसरे के बीच पर्याप्त दूरी रखने, मास्क लगाने आदि की सावधानियां अनिवार्य रूप से बरतनी हों