भोपाल। मध्यप्रदेश कांग्रेस की नई कार्यकारिणी को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। 10 महीन के लंबे इंतजार के बाद पीसीसी चीफ जीतू पटवारी की घोषित नई कार्यकारिणी पर कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा है कि कांग्रेस का भगवान ही मालिक है। यहां उन नेताओं की चल रही है जिनकी कारण कांग्रेस का बुरा हाल हुआ है। कांग्रेस की नई कार्यकारिणी का स्वरूप बिलकुल भी ठीक नहीं है।
अजय सिंह ने नई कार्यकारिणी में विंध्य क्षेत्र की उपेक्षा करने का आरोप लगाते हुए कहा कि रीवा, सीधी, सिंगरौली, अनूपपुर, उमरिया, कटनी में 2-3 नाम मिल जाएं तो बड़ी बात है। वहीं नई कार्यकारिणी पर रायशुमारी के सवाल पर अजय सिंह ने कहा कि जिसने यह कार्यकारिणी घोषित की है, उनसे पूछिए कि क्या इसके लिए कोई रायशुमारी हुई थी क्या नहीं? बीते 20 सालों से गलत फैसले हो रहे हैं, क्या ऐसे फैसलों से कांग्रेस मजबूत होगी?
उन्होंने कहा कि जिन नेताओं के कारण कांग्रेस का बुरा हाल हुआ है, उन्हीं नेताओं के इशारे पर नई कार्यकारिणी बनाई गई है। इसके गठन में बहुत ज्यादा समय लिया गया और नतीजा ऐसा है कि यह कहीं से भी ठीक नहीं है। ऐसे में चंद शीर्ष नेताओं के फैसलों के आगे क्या किया जा सकता है।
कांग्रेस को पीछे से कोई चला रहा?-पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने एक बार फिर जीतू पटवारी के नेतृत्व पर सवाल उठाते हुए कहा कि मैं तो खुलेआम अपनी बात कहता हूं और समय आने पर नाम भी उजागर कर दूंगा। ये लोग बिना सोचे-समझे फैसले कर रहे हैं. सबको यह समझना चाहिए कि अगर कोई एमएलए है तो वह संगठन में कैसे काम करेगा? उसे अपनी विधानसभा क्षेत्र में काम करने होंगे और संगठन में जो समय दे सकें, पार्टी को मजबूत करने के काम कर सकें; उनको जगह मिलनी चाहिए. सही तरीके से जो काम करना था, उसका जरा ध्यान नहीं रखा गया, यह तो कांग्रेस का दुर्भाग्य है।