भोपाल। मध्यप्रदेश के उज्जैन के बाद अब इंदौर में अयोध्या में राममंदिर के लिए धन संग्रह करने जा रहे हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं पर पथराव का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इंदौर जिले के गौतमपुरा थाना इलाके के चांदनखेड़ी में अयोध्या में राममंदिर निर्माण के धनसंग्रह के लिए निकाली जा रही रैली पर अचानक से लोगों ने पथराव कर दिया।
अचानक हुए पथराव में बाइक रैली में जा रहे कई कार्यकर्ता गंभीर रुप से घायल हो गए जिसके बाद हिंदूवादी संगठनों ने गौतमपुरा थाने का घेराव कर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की। पथराव की सूचना पर इलाके में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं अब पुलिस प्रशासन आरोपियों की पहचान कर उनकी जांच की मांग कर रहा है।
भोपाल में उज्जैन पथराव कांड गूंज- इससे पहले मध्यप्रदेश के उज्जैन में 25 दिसंबर को राममंदिर निर्माण के लिए निकाली जा रही रैली पर भी पथराव का मामला सामने आया था जिसमें हिंदूवादी संगठनों के कई कार्यकर्ता घायल हो गए थे। जिसके बाद काफी हंगामा हुआ था। वहीं आज उज्जैन मामले की गूंज भोपाल में सुनाई दी। पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा के नेतृत्व में कांग्रेस के एक प्रतिनिधमंडल ने डीजीपी और मुख्य सचिव से भी मुलाकात कर पूरे मामले की न्यायिक जांच की मांग की है।
वहीं प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने आरोपियों के खिलाफ उज्जैन पुलिस-प्रशासन की कार्रवाई को सही ठहराते हुए कहा कि जिस घर से पत्थर फेंके गए थे वहां से पत्थर निकाले गए। उन्होंने इस पूरे मामले पर कांग्रेस पर राजनीति करने का आरोप लगाया। वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से जब उज्जैन मामले को लेकर सवाल किया गया है तो उन्होंने कहा कि गुंडागर्दी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उज्जैन काजी पर रासुका लगाने की मांग- उज्जैन में पथराव की घटना और उसके बाद लोगों के हंगामे को लेकर अब भी लोगों का विरोध जारी है। अब पथराव के आरोपियों पर हुई कार्रवाई का विरोध करने और प्रशासन को धमकी देने वाले शहर काजी खलीकुर्रहमान पर रासुका की कार्रवाई करने की मांग उठी है। उज्जैन अखाड़ा परिषद के पूर्व महामंत्री परमहंस डॉ. अवधेशपुरी महाराज ने प्रशासन से मांग की है कि शहर काजी ने जिस तरह स्थानीय प्रशासन को स्पष्ट शब्दों में धमकी दी है उस पर उनके खिलाफ रासुका की कार्रवाई होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि शहर काजी ने सार्वजनिक तौर पर प्रशासन को चेतावनी दी है कि पंद्रह मिनट में इतना गेम खराब हो जाएगा कि हम कुछ भी नहीं कर पाएंगे। अवधेशपुरी महाराज कहते हैं कि प्रशासन को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर एक साफ संदेश देना चाहिए और ऐसे लोगों की पहचान करनी चाहिए जो शहर का माहौल खराब करना चाहते है।