Chief Minister Mohan Yadav took a dip in Shipra: उज्जैन में लोग उस समय आश्चर्यचकित रह गए, जब मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने क्षिप्रा में छलांग लगा दी और तैरना शुरू कर दिया। इस दौरान उनके साथ सुरक्षाकर्मी भी तैर रहे थे। दरअसल, यादव का वीडियो उसके बाद आया है, जब कांग्रेस ने क्षिप्रा की स्वच्छता को लेकर सवाल उठाए थे।
दरअसल, एक सप्ताह पहले उज्जैन संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार ने गंदे पानी में डुबकी लगाकर सरकार को घेरा था। इसके जवाब में मोहन यादव ने गुरुवार को क्षिप्रा में डुबकी लगाई और तैराकी भी की। उन्होंने क्षिप्रा जल से आचमन किया और सूर्य को अर्घ्य भी दिया।
मां क्षिप्रा से उज्जैन की पहचान : मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गुरुवार को उज्जैन प्रवास के दौरान क्षिप्रा के दत्त अखाड़ा स्थित घाट पर पहुंचे और उन्होंने क्षिप्रा में डुबकी लगाई। स्नान के बाद यादव ने कहा कि मां क्षिप्रा से उज्जैन की पहचान है। उन्होंने कहा कि हमारी परंपरा है कि स्नान के बाद हम तीर्थ की महत्ता बढ़ाएं। लेकिन, दुख तब होता है जब कुछ लोग मां क्षिप्रा पर प्रश्न करते हैं। सीएम ने कहा कि नदी में स्नान करने का अलग आनंद है।
दरअसल, मुख्यमंत्री डॉ. यादव गुरुवार को कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने के लिए उज्जैन पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने नवमतदाताओं से भी मुलाकात की थी। कुछ लोगों ने एक्स पर टिप्पणियां भी कीं। सत्य सनातन 'मोदी का परिवार' ने लिखा- सर ने क्षिप्रा नदी में लगाई डुबकी, सीएम साहब ने क्षिप्रा नदी के तट पर भगवान सूर्य नारायण को अर्घ्य प्रदान भी किया जय हो।
क्या कहा था परमार ने : तराना से कांग्रेस विधायक और उज्जैन से लोकसभा उम्मीदवार महेश परमार ने सरकार पर आरोप लगाया था कि क्षिप्रा में गंदे नाले मिल रहे हैं। उन्होंने कहा था कि 20 साल से मध्य प्रदेश में और 10 साल से केन्द्र में भाजपा की सरकार है। 40-50 लाख इंदौरवासियों का मल-मूत्र रोज नदी में मिलता है। धर्म के नाम पर राजनीति करने वाले लोग कहां हैं?