भोपाल। बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत फंगस लगा कोदो खाने से हुई है। मृत हाथियों की अब तक आई तीन रिपोर्ट्स में हाथियों की मौत के पीछे कारण फंगस लगा कोदो अधिक खाने को बताया गया है। अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन्य-जीव एल. कृष्णमूर्ति ने बताया कि केन्द्र एवं राज्य शासन की तीन प्रतिष्ठित प्रयोगशाला की रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है। उन तीनों रिपोर्ट में हाथियों की मृत्यु का कारण अत्यधिक मात्रा में फंगस लगी कोदो फसल को खाना बताया गया है।
उन्होंने बताया है कि मृत हाथियों का विसरा जो जांच के लिए भेजा गया उसमें स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फॉरेंसिक एण्ड हेल्थ, सागर फोरेंसिंक प्रयोगशाल और केंद्र सरकार के आयवीआरआई बरेली उत्तर प्रदेश की जांच रिपोर्ट्स आ गई है। इन तीनों रिपोर्टस में मृत हाथियों के विसरा सैम्पल में साइक्लोपियाज़ोनिक एसिड पाया गया है। इससे यह पता चलता है कि हाथियों ने बड़ी मात्रा में खराब कोदो के पौधे या अनाज खाये हैं। वहीं राज्य फॉरेंसिक प्रयोगशाला सागर की रिपोर्ट में किसी भी भारी धातु एवं कीटनाशक नकारात्मक पाये गये हैं। स्कूल ऑफ वाइल्ड लाइफ फॉरेंसिक एण्ड हेल्थ ने भी अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की है, जो हर्पीज वायरस के लिये नकारात्मक है और हाथियों की मृत्यु की वजह विषाक्तता बताई है।
फंगस लगा कोदो हाथियों के लिए बना जहर-बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में जहां पर हाथियों की मौत हुई है वहां पर बड़े पैमाने में कोदो की खेती की जाती है। हाथियों की मौत की जांच के लिए पहुंचे उच्चस्तरीय जांच दल की रिपोर्ट के मुताबिक हाथियों ने पहले बड़ी मात्रा में कोदो खाया फिर करीब आधा किलोमीटर दूरी पर स्थित पोखरे से पानी पीया जिसके बाद हाथियों की तबियत बिगड़ती गई है और एक के बाद एक हाथियों की मौत होती गई है।
वन विभाग के आधिकारियों के मुताबिक मौसम मे नमी से इलाके में लगी कोदो की फसल में जहरीले फंगस से ही हाथियों की मौत हुई है। हाथियों से पहले भी क्षेत्र के किसानों के जानवरों की भी मौत फंगस लगा कोदो खाने से हुई थी।
क्या है पूरा मामला?-उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में खितौली और पतौर कोर रेंज के सलखनिया बीट के RF384 और PF 183A में एक साथ 10 हाथियों की मौत हो गई थी। सभी हाथी जो हादसे का शिकार हुए वह टाइगर रिजर्व के इस इलाके में पिछले कई दिनों से मूवेंट कर रहे थे। जिस इलाके में हाथियो की संदिग्ध हालात में हुई है उस इलाके से कई गांव लगे हुए और हाथियों का झुंड जब गांव में एंट्री किया था तो ग्रामीणों ने हाथियों का खदेड़ा भी था। वहीं इस इलाके में बड़े पैमाने पर कोदो की खेती होती है। हाथियों की मौत के बाद विभाग ने खेतों में खड़ी कोदो की फसल को नष्ट करवा दिया है।
अफसरों के खिलाफ कार्रवाई- उमरिया जिले के बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में 10 हाथियों की मौत के मामले में सरकार फील्ड डायरेक्टर गौरव चौधरी और उपवन मंडल अधिकारी फतेसिंहं निनामा को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। बांधवगढ़ हादसे को लेकर हाईलेवल कमेटी की रिर्पोट के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज बैठक आधिकरियों के खिलाफ कड़ी कार्वाई की।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि टाइगर रिजर्व के डायरेक्टर गौरव चौधरी हाथियों की मौत की सूचना के बाद वरिष्ठ अधिकारियों के आदेश के बाद भी छुट्टी से नहीं लौटे और अपना फोन बंद कर लिया जो बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। वहीं फतेसिंह निनामा पर जांच में सहयोग नहीं करने पर सस्पेंड किया गया है।