More than 75 percent voting in Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को कुल 75.36 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया। इसके साथ ही इंदौर जिले की महू विधानसभा सीट के साथ ही ग्वालियर-चंबल क्षेत्र में छिटपुट हिंसा की घटनाएं हुईं। वहीं बुर्के की आड़ में फर्जी मतदान को लेकर भी इंदौर शहर में काफी हंगामा हुआ। प्रदेश में सर्वाधिक मतदान नीमच जिले की जावद सीट पर हुआ, जबकि इंदौर जिले में सबसे ज्यादा देपालपुर विधानसभा सीट पर हुआ।
रिपोर्ट्स के मुताबिक राज्य में मतदान का प्रतिशत 75.36 प्रतिशत रहा। आंकड़े अभी भी अद्यतन किए जा रहे हैं। इसलिए देर रात तक अंतिम आंकड़ों में कुछ बदलाव भी हो सकता है।
नक्सल प्रभावित बालाघाट, मंडला और डिंडोरी जिलों में मतदान अपराह्न तीन बजे समाप्त हो गया, जबकि राज्य के बाकी इलाकों में मतदान शाम छह बजे तक जारी रहा। एक निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि राज्य के सभी 230 निर्वाचन क्षेत्रों में सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ।
जावद में सबसे ज्यादा मतदान : उन्होंने बताया कि बालाघाट जिले की नक्सल प्रभावित बैहर सीट पर 84.81 प्रतिशत, लांजी में 75.07 प्रतिशत और परसवाड़ा में 81.56 प्रतिशत मतदान हुआ। उन्होंने बताया कि प्रदेश में सबसे अधिक 86.19 प्रतिशत मतदान नीमच जिले के जावद में तथा सबसे कम 50.41 प्रतिशत मतदान भिंड में हुआ।
राज्य में चुनाव मैदान में कुल 2,533 उम्मीदवार हैं, जिनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और उनके पूर्ववर्ती एवं कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ जैसे राजनीतिक दिग्गज शामिल हैं।
देपालपुर में सबसे ज्यादा मतदान : इंदौर की देपालपुर विधानसभा सीट पर सर्वाधिक 82.42 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि विधानसभा क्षेत्र क्रमांक 2 में सबसे कम 67.37 प्रतिशत मतदान हुआ। कुल मिलाकर इंदौर जिले में 73.75 फीसदी मतदान हुआ। शहर के मुकाबले ग्रामीण क्षेत्र की विधानसभा सीटों पर मतदान का प्रतिशत ज्यादा रहा।
जानिए इंदौर जिले में किस सीट पर हुआ कितना मतदान
बुर्के की आड़ में फर्जी मतदान : इंदौर में बुर्के की आड़ में महिलाओं द्वारा फर्जी मतदान का आरोप लगाते हुए भाजपा कार्यकर्ताओं ने मतदान केंद्र के आगे बड़ी तादाद में जुटकर शुक्रवार को करीब दो घंटे तक हंगामा किया। प्रदर्शनकारियों में शामिल भाजपा कार्यकर्ता ममता बिरथरे ने आरोप लगाया कि इंदौर-3 विधानसभा क्षेत्र में एक शासकीय विद्यालय में बनाए गए मतदान केंद्र में 100 से ज्यादा महिलाओं को बुर्के की आड़ में फर्जी मतदान के लिए भेजा गया। चश्मदीदों ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ताओं के हंगामे के चलते मतदान केंद्र के आस-पास पुलिस बल तैनात कर दिया गया।
उन्होंने बताया कि करीब दो घंटे चले हंगामे के कारण कई मतदाता मतदान केंद्र में फंसे रहे जिनमें कुछ महिलाएं भी शामिल थीं। चश्मदीदों ने बताया कि शुक्रवार देर शाम हंगामा खत्म होने के बाद ही ये लोग मतदान केंद्र से बाहर निकल सके। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अभिनय विश्वकर्मा ने बताया कि एक समूह ने इंदौर-3 क्षेत्र के एक मतदान केंद्र में फर्जी मतदान की शिकायत की थी जिसकी जांच में पुष्टि नहीं हुई।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता नीलाभ शुक्ला ने दावा किया कि भाजपा कार्यकर्ताओं ने इंदौर-3 क्षेत्र में भाजपा की हार के पूर्वाभास से बौखलाकर फर्जी मतदान का झूठा आरोप लगाया और बेवजह हंगामा किया। कुल 1.88 लाख मतदाताओं वाले इंदौर-3 क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के तौर पर राकेश शुक्ला गोलू ने चुनाव लड़ा, जबकि कांग्रेस ने दीपक जोशी पिंटू को मैदान में उतारा है।
मतदान का बहिष्कार : मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा विधानसभा क्षेत्र के शाहपुर गांव के केवल एक मतदाता ने राज्य विधानसभा चुनाव में वोट डाला। बाकी स्थानीय लोगों ने कांग्रेस द्वारा एक स्थानीय नेता को दूसरी सीट से टिकट नहीं देने के विरोध में मतदान का बहिष्कार किया। छिंदवाड़ा से मौजूदा विधायक एवं मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और भाजपा के विवेक बंटी साहू इस सीट से मुख्य उम्मीदवार हैं। गांव में पंजीकृत 1,063 मतदाताओं में से केवल गांव के 'कोटवार' ने वोट डाला।
नरोत्तम के बयान पर बवाल : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा के खिलाफ विवादित टिप्पणी के लिए सख्त कार्रवाई की मांग की कि यदि राज्य में भाजपा के अलावा कोई अन्य पार्टी चुनाव जीतती है तो पाकिस्तान में जश्न मनेगा। शुक्रवार सुबह नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि अगर बीजेपी के अलावा कोई भी पार्टी चुनाव जीतती है तो पाकिस्तान में जश्न मनाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग देश की सेवा करना चाहते हैं उन्हें भाजपा को वोट देना चाहिए।
सिंह ने कहा कि यह एक भड़काऊ बयान है। उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि ऐसे बयान देना मिश्रा की आदत है। यह कहते हुए कि मिश्रा के खिलाफ चुनाव संबंधी एक मामला अदालत में लंबित है, सिंह ने कहा कि मंत्री जिस तरह का आचरण कर रहे हैं उसे देखते हुए उन्हें चुनाव लड़ने का कोई अधिकार नहीं है। (एजेंसी/वेबदुनिया)