Madhya Pradesh election News : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मंगलवार को कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस मध्य प्रदेश में जातिगत जनगणना कराएगी। साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि कुछ लोग संविधान बदलने का प्रयास कर रहे हैं।
वह मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र के सागर में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। भाजपा शासित राज्य में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
खरगे ने संविधान निर्माता बी आर आंबेडकर को याद करते हुए कहा कि कुछ लोग संविधान बदलने का प्रयास कर रहे हैं। यह संभव नहीं है, क्योंकि देश के 140 करोड़ लोग संविधान की रक्षा करने के समर्थन में हैं। आंबेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के महू में हुआ था।
खरगे ने चुनाव के दौरान संत रविदास को याद करने के लिये सत्तारूढ़ भाजपा की आलोचना की। संत रविदास को अनुसूचित जाति के लोग पूजनीय मानते हैं।
इस महीने की शुरुआत में प्रधानमंत्री मोदी ने 100 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले संत रविदास के स्मारक-सह-मंदिर की आधारशिला रखी थी। वर्ष 2011 की जनगणना के मुताबिक मप्र में दलितों की आबादी 1.13 करोड़ थी।
उन्होंने कहा कि मोदी जी 9 साल से केंद्र की सत्ता में हैं, जबकि शिवराज सिंह चौहान राज्य में पिछले 18 साल से शासन कर रहे हैं। उन्होंने सिर्फ चुनाव के समय रविदास को याद किया।
खरगे ने एक खबर का हवाला देते हुए दावा किया कि भाजपा ने दिल्ली में संत रविदास के मंदिर को तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस मध्य प्रदेश में सत्ता में आती है, तो सागर जिले में संत रविदास के नाम पर एक विश्वविद्यालय स्थापित करेगी।
उत्तर पूर्व मध्य प्रदेश के बुंदेलखंड में अनुसूचित जाति के लिए छह विधानसभा सीट आरक्षित हैं और भाजपा ने 2018 के विधानसभा चुनावों में उनमें से 5 पर जीत हासिल की थी, जिनके नाम बीना, नारयोली, जतारा, चंदला और हट्टा (विधानसभा सीट) हैं, जबकि कांग्रेस गुन्नौर सीट जीतने में कामयाब रही थी।
बुंदेलखंड में सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, दमोह और पन्ना जिले शामिल हैं, जिनमें 26 विधानसभा सीट हैं। पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा ने इनमें से 15 सीट पर जीत हासिल की थी, जबकि कांग्रेस को नौ और सपा और बसपा को एक-एक सीट मिली थी।