Madhya Pradesh Political News:मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव (Madhya Pradesh Election 2023) से पहले कांग्रेस के बड़े नेताओं की खींचतान एक बार फिर खुलकर सामने आ गई है। चुनाव की तैयारियों और रोडमैप तैयार करने को लेकर दिल्ली में मध्यप्रदेश कांग्रेस के बड़े नेताओं की आज होने वाली बैठक एक बार फिर टल गई है। इससे पहले 24 मई को भी बैठक प्रस्तावित थी लेकिन उसको को भी स्थगित कर दिया गया था। तीन दिनों में दो बार बैठक स्थगित होने की वजह प्रदेश कांग्रेस के नेताओं में सामंजस्य नहीं होना बताया जा रहा है। दिलचस्प बात यह है कि बैठक में शामिल हने के लिए कमलनाथ को छोड़कर प्रदेश कांग्रेस के सभी बड़े नेता दिल्ली पहुंच गए थे और तब उन्होंने बैठक रद्द होने की जानकारी भेज गई।
बताया जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान ने प्रदेश नेतृत्व को सीधा संदेश दे दिया है कि वह बैठक से पहले अपने आपसी मतभेद और मुद्दों को मिल बैठकर सुलझा लें और बैठक में सिर्फ चुनावी मुद्दों और चुनावी रोडमैप पर चर्चा हो।
सीएम चेहरे को लेकर आपसी खींचतान-कांग्रेस के बड़े नेताओं के बीच सीएम चेहरों को लेकर सबसे अधिक खींचतान है। कांग्रेस हाईकमान नहीं चाहता है कि चुनाव से पहले प्रदेश में मुख्यमंत्री चेहरों को लेकर कोई खींचतान सामने आए। पिछले दिनों चुनाव तैयारियों की समीक्षा करने आए भोपाल आए कांग्रेस के मीडिया और प्रचार विभाग के अध्यक्ष पवन खेड़ा ने साफ कहा दिया कि कांग्रेस प्रदेश में अगला विधानसभा चुनाव किसी चेहरे को सामने रखकर नहीं बल्कि मुद्दों पर लड़ेगी।
पवन खेड़ा ने साफ कहा कि कांग्रेस मुद्दों के आधार पर चुनाव में जीतकर आएगी। मीडिया ने जब चेहरे को लेकर सवाल किया तो पवन खेड़ा ने साफ कहा कि मुद्दों पर चुनाव होंगे न कि चेहरे पर। पवन खेड़ा का यह बयान ऐसे समय सामने आया जब प्रदेश कांग्रेस कमलनाथ के चेहरों को सीएम के तौर पर प्रोजेक्ट कर रही है। कांग्रेस अपने चुनावी कैंपेन में एक बार फिर कमलनाथ सरकार का चुनावी स्लोगन जोर-शोर से इस्तेमाल कर रही है।
कमलनाथ के CM चेहरे को लेकर उठे चुके है सवाल?-पवन खेड़ा से पहले मध्यप्रदेश कांग्रेस के कई बड़े नेता भी कमलनाथ के चेहरे पर सवाल उठा चुके है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से कमलनाथ को भावी मुख्यमंत्री बताने पर कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय सिंह और अरूण यादव ने सवाल उठा दिए थे। वहीं पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने सवाल उठाते हुए कहा था कांग्रेस पार्टी में मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने की परंपरा नहीं है और चुनाव के बाद विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री पर फैसला होता है।
नरोत्तम ने कसा तंज- कांग्रेस की बैठक के स्थगित होने पर भाजपा ने तंज कसा है। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कांग्रेस में तारीख पर तारीख दी जा रही है। दरअसल कांग्रेस में दो तरह के नेता है, कुछ जनप्रिय नेता और दूसरे दस जनपथ प्रिय नेता। जनप्रिय नेताओं जीतू पटवारी और अरुण यादव की वॉट लगा रखी है और उनको हाशिए पर किए जाने की कोशिश की जा रही है। वहीं दस जनपथ प्रिय नेताओं को आगे बढ़ाया जा रहा है। मध्यप्रदेश में कांग्रेस को दोनों DK कांग्रेस की वॉट लगा रखे है और कांग्रेस का हश्र लोगों को समझ आ रहा है।