Madhya Pradesh Assembly Election 2013: मध्यप्रदेश में 15वीं विधानसभा के लिए चुनाव में कांग्रेस 114 सीटें जीतकर बहुमत से मात्र 2 सीट दूर रह गई थी। लेकिन, निर्दलीय उम्मीदवारों के समर्थन से उसकी सरकार बन गई और कमलनाथ मुख्यमंत्री बने। इस तरह कांग्रेस को 15 साल के अंतराल के बाद सत्ता में लौटने का मौका मिला।
वर्ष 2018 में प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों पर कुल मतदाताओं की संख्या 5 करोड़ 4 लाख 95 हजार 251 थी। इसमें से 74.9 मतदाताओं ने अपने मत का उपयोग किया।
लगातार भारतीय जनता पार्टी के सत्ता में रहने से मतदाताओं का कुछ मोहभंग हुआ और भाजपा को 109, कांग्रेस को 114, बहुजन समाज पार्टी 2, समाजवादी पार्टी 1 और निर्दलीय 4 उम्मीदवार विजयी रहे।
चुनाव परिणाम के बाद 17 दिसंबर 2018 को कमलनाथ प्रदेश के मुख्यमंत्री चुने गए परंतु ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक 22 विधायकों के पाला बदलने से कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ गई और 15 माह की सत्ता के बाद कमलनाथ की सरकार गिर गई।
20 मार्च 2020 को कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र देना पड़ा। कांग्रेस की सरकार के बाद शिवराज सिंह चौहान 23 मार्च 2020 को एक बार फिर मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री चुने गए।