Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

Election Results 2023 : 4 राज्यों में किसका होगा राज? शिवराज सहित कई नेताओं की तय होगी किस्मत, क्षेत्रीय क्षत्रपों का बहुत कुछ दांव पर

हमें फॉलो करें Election Results 2023 :  4 राज्यों में किसका होगा राज? शिवराज सहित कई नेताओं की तय होगी किस्मत, क्षेत्रीय क्षत्रपों का बहुत कुछ दांव पर
नई दिल्ली , शनिवार, 2 दिसंबर 2023 (22:14 IST)
Assembly Elections 2023 Results : रविवार को जब 4 विधानसभा चुनावों के लिए मतगणना संपन्न हो जाएगी तो उनके नतीजे न केवल देश के राजनीतिक परिदृश्य बल्कि राज्यों के कई कद्दावर क्षत्रपों, खासकर भाजपा नेताओं के लिए एक निर्णायक मोड़ ला सकते हैं। दशकों तक इन नेताओं के इर्द-गिर्द संबंधित राज्य की राजनीति घूमती रही है। छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान और तेलंगाना विधानसभा चुनावों के मतों की गणना रविवार को होगी। मिजोरम विधानसभा चुनाव के लिये मतगणना सोमवार को होगी।
webdunia
भाजपा नेता और मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लिए विशेष रूप से दांव बहुत बड़ा है, जो कांग्रेस और उनकी स्वयं की पार्टी के भीतर से उन्हें नेता को तौर पर विस्थापित किए जाने को लेकर मिल रही चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। शिवराज हालांकि अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर भरोसा जता रहे हैं।
 
भाजपा ने इस बार शिवराज का नाम मुख्यमंत्री पद के चेहरे के तौर पर आगे नहीं बढ़ाया और पार्टी में सामूहिक नेतृत्व का संदेश देने के लिये केंद्रीय मंत्रियों समेत कई क्षेत्रीय दिग्गजों को चुनाव लड़वाया। शिवराज ने हालांकि मतदाताओं के साथ ‘मामा’ के तौर पर भावनात्मक संबंध जोड़ने के लिये व्यापक अभियान भी चलाया जिससे प्रदेश की राजनीति में उनकी प्रधानता कायम रहे।
 
भाजपा का प्रदर्शन तय करेगा कि पार्टी के सबसे लंबे समय तक मुख्यमंत्री रहने वाले शिवराज सिंह चौहान मजबूती से वापसी करेंगे या उन्हें अनिश्चित (राजनीतिक) भविष्य से जूझना होगा।
 
मध्यप्रदेश में 2018 के चुनावों के बाद कमलनाथ के नेतृत्व में करीब 15 महीनों तक रही कांग्रेस सरकार के कार्यकाल को छोड़ दें तो वे (शिवराज) 2005 से ही सत्ता पर काबिज हैं।
 
राजस्थान में बदलेगा रिवाज : राजस्थान में, ‘राज’ बदलेगा या ‘रिवाज’ ये नतीजे बताएंगे लेकिन प्रतिकूल चुनाव परिणाम का कांग्रेस नेता और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तथा उनकी पूर्ववर्ती भाजपा की वसुंधरा राजे, दोनों की किस्मत पर तत्काल प्रभाव पड़ने की संभावना है।
 
चौहान की तरह, गहलोत भी पश्चिमी राज्य में हर चुनाव में सत्तारूढ़ दल को बाहर करने के लगभग तीन दशक के ‘रिवाज’ को तोड़ने के लिए अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं पर भरोसा कर रहे हैं।
 
चुनाव के नतीजे उम्मीदों के मुताबिक नहीं हुए तो कांग्रेस ओबीसी नेता (गहलोत) से परे विकल्प देख सकती है। हाल में उनका पार्टी नेतृत्व के साथ बहुत अच्छा तालमेल देखने को नहीं मिला है। राजे का भविष्य भी भाजपा के प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।
 
राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि अगर पार्टी बड़ी जीत हासिल करती है तो भाजपा नेतृत्व राज्य में मुख्यमंत्री पद के लिए अन्य विकल्पों की तलाश कर सकता है, लेकिन कोई अन्य परिणाम उसके विकल्पों को सीमित कर सकता है और राजे की संभावनाओं को बढ़ा सकता है।
 
क्षत्रपों का सियासी भविष्य : केंद्रीय मंत्रियों नरेंद्र सिंह तोमर, फग्गन सिंह कुलस्ते और प्रह्लाद सिंह पटेल और 18 अन्य सांसदों सहित भाजपा के कई क्षत्रपों का सियासी भविष्य इस बात से प्रभावित होगा कि उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों के साथ ही जिन विधानसभा सीटों पर वे चुनाव लड़ रहे हैं वहां पार्टी का प्रदर्शन कैसा रहा, खासकर तब जब लोकसभा चुनाव नजदीक हैं।
 
भाजपा के सात-सात सांसद मध्य प्रदेश और राजस्थान में चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि चार छत्तीसगढ़ में और तीन तेलंगाना में चुनाव लड़ रहे हैं।
 
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए भी बहुत कुछ दांव पर है, क्योंकि नतीजे भाजपा में शामिल होने के बाद उनकी राजनीतिक स्थिति को प्रतिबिंबित करेंगे, खासकर चंबल-ग्वालियर क्षेत्र में। भाजपा को इस क्षेत्र में 2018 के चुनावों में गंभीर उलटफेर का सामना करना पड़ा था ऐसे में वह कांग्रेस की बाजी पलटने की कोशिश कर रही है। सिंधिया उस वक्त कांग्रेस में थे।
 
नतीजे आने के बाद छत्तीसगढ़ में राजनीतिक पर्यवेक्षकों की नजर 2003-18 के बीच प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह के भाग्य पर रहेगी।
 
पांच साल पहले सत्ता गंवाने के बाद रमन सिंह का राजनीतिक रसूख भी घट गया क्योंकि भाजपा राज्य में नेतृत्व की एक नई पौध को बढ़ावा देने पर विचार कर रही थी। हालांकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा इस बार के राज्य विधानसभा चुनाव में रमन सिंह के नेतृत्व वाली पूर्व सरकार के प्रदर्शन की लगातार प्रशंसा ने उनकी उम्मीदों को बढ़ा दिया है। एजेंसियां

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

Madhya Pradesh Assembly election results 2023 : बालाघाट के बाद अब उज्जैन में Postal Ballot में गड़बड़ी? टूटी मिली सील (वीडियो)