इस वर्ष 2020 में 4 चंद्र ग्रहण बताए गए हैं। पंचांग भिन्नता के कारण इनकी तिथि अलग-अलग बताई गई है। पहला 10 जनवरी को हो चुका है,दूसरा 5 जून को होने वाला है, तीसरा 5 जुलाई को होगा और चौथा 30 नवंबर 2020 को लगेगा।
ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा शुक्रवार 5 जून की मध्य रात्रि में रहेगा। मध्य रात्रि को 11 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा और 6 जून को 2 बजकर 34 मिनट तक रहेगा। इस ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 19 मिनट है।
आइए जानते हैं 5 जून 2020 को लगने वाले चंद्र ग्रहण की सावधानियां....
5 सावधानियां-
1.ग्रहण के दौरान कोई भी नया काम शुरु न करें।
2.ग्रहण के दौरान तुलसी को ना छुएं।
3.ग्रहण के दौरान उपवास रखें और बाद में खाने और पीने की सामग्री में तुलसी के पत्ते डालें।
4.ग्रहण के दौरान ब्रश करने, कंघी करने और मलमूत्र का त्याग करने से भी बचना चाहिए।
5.ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को तेज धारदार औजारों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
चंद्रग्रहण के 5 उपाय :-
1.ग्रहण के दौरान धार्मिक और प्रेरणादायक पुस्तकों को पढ़ना चाहिए।
2.ग्रहण के दौरान अपने ईष्टदेव के मंत्रों के जाप करना चाहिए।
3.ग्रहण की समाप्ति के बाद पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव करना चाहिए।
4.ग्रहण समाप्ति के बाद किसी गरीबों को दान करना चाहिए।
5.ग्रहण समाप्ति के बाद मेहतर को नई झाड़ी और सिक्का दान करना चाहिए।
चंद्रग्रहण के बुरे प्रभाव से बचने के लिए अन्य उपाय :-
1.सोमवार और प्रदोष का व्रत रखें।
2.दाढ़ी और चोटी न रखें।
3.सोमवार को केसर की खीर खाएं और कन्याओं को खिलाएं।
4.सोमवार के दिन श्वेत वस्त्रों का दान करना चाहिए।
5.शिवजी की पूजा करें और चावल का दान करें।