आतंकी दहशत के बीच अनंतनाग, राजौरी व पुंछ जिलों में कल होगा मतदान, सुरक्षा प्रबंध कड़े
उम्मीद से अधिक मतदान की आशा
Lok Sabha Election 2024: 4 महीनों में जिस संसदीय क्षेत्र में 7 आतंकी हमलों ने सभी को चौंकाया है वहां कल यानी 25 मई को संसदीय सीट (parliamentary seat) के लिए मतदान होने जा रहा है। यह संसदीय क्षेत्र अनंतनाग-राजौरी-पुंछ (Anantnag-Rajouri-Poonch) के नाम से जाना जाता है, जो कश्मीर और जम्मू संभाग का हिस्सा है।
अनंतनाग में मतदान पहले 7 मई के लिए निर्धारित था लेकिन भाजपा, अपनी पार्टी और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (डीपीएपी) सहित कई पार्टियों के अनुरोध के बाद प्रतिकूल मौसम की स्थिति के कारण इसे 25 मई तक के लिए टाल दिया गया था। अनंतनाग-राजौरी निर्वाचन क्षेत्र को 2022 में परिसीमन आयोग द्वारा पुनर्गठित किया गया था पुलवामा और शोपियां के कुछ हिस्सों को छोड़कर जबकि अधिकांश राजौरी और पुंछ जिलों को शामिल किया गया था।
बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई : इस संसदीय क्षेत्र के प्रति चिंताजनक बात यह है कि अनंतनाग में पिछले 30 दिनों में 4 आतंकी हमले हो चुके हैं जबकि राजौरी व पुंछ के जिलों में इस साल अभी तक 3 हमले हो चुके हैं।
वर्ष 2023 में राजौरी, पुंछ और पड़ोसी रियासी जिले में मुठभेड़ों की एक श्रृंखला देखी गई जिसके परिणामस्वरूप 54 मौतें हुईं जिनमें 19 सुरक्षाकर्मी और 28 आतंकवादी शामिल थे और अब राजौरी और पुंछ के जुड़वां सीमावर्ती जिलों में विशेष रूप से नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर अनंतनाग लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा, जहां 25 मई को मतदान होना है, बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
चुनाव प्रचार गुरुवार शाम को समाप्त : अधिकारियों ने दावा किया कि इन उपायों में सुरक्षाकर्मियों की बढ़ती तैनाती, पहाड़ी क्षेत्रों में क्षेत्र प्रभुत्व, अतिरिक्त चौकियां और क्षेत्र में और महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों पर चौबीसों घंटे निगरानी शामिल है। वैसे भी जम्मू-कश्मीर में चल रहे लोकसभा चुनाव के लिए जोर-शोर से चल रहा चुनाव प्रचार कल गुरुवार शाम को समाप्त हो गया, क्योंकि शाम को अनंतनाग-राजौरी निर्वाचन क्षेत्र के लिए चुनाव प्रचार बंद हो गया।
दक्षिण कश्मीर-पीर पंजाल क्षेत्र में नवगठित लोकसभा सीट पर शनिवार को मतदान होना है, जो जम्मू-कश्मीर में मतदान के समापन का प्रतीक है, क्योंकि केंद्र शासित प्रदेश के 4 अन्य निर्वाचन क्षेत्रों में पहले ही मतदान हो चुका है। अनंतनाग-राजौरी निर्वाचन क्षेत्र में 20 उम्मीदवार मैदान में हैं जिनमें पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी शामिल हैं, जो 2019 के लोकसभा चुनावों में अपनी हार के बाद संसद में लौटने की उम्मीद कर रही हैं।
उम्मीद से अधिक मतदान की आशा : श्रीनगर और बारामुल्ला में रिकॉर्ड उच्च मतदान के साथ राजनीतिक पर्यवेक्षकों को उम्मीद है कि दक्षिण कश्मीर निर्वाचन क्षेत्र में भी उम्मीद से अधिक मतदान होगा। हालांकि इस संसदीय क्षेत्र में आतंकी हमलों का डर जरूर बना हुआ है। अनंतनाग निर्वाचन क्षेत्र में 18.30 लाख से अधिक पात्र मतदाता हैं जिनमें 8.99 लाख महिलाएं और 81,000 से अधिक पहली बार मतदाता हैं। वे मैदान में उतरे 20 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।
ये उम्मीदवार हैं मैदान में : उम्मीदवारों में पूर्व मुख्यमंत्री और पीडीपी अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती, नेशनल कांफ्रेंस के मियां अल्ताफ और अपनी पार्टी के जफर इकबाल खान मन्हास शामिल हैं जिन्हें भाजपा का समर्थन प्राप्त है। डीपीएपी नेता मोहम्मद सलीम पार्रे और 10 निर्दलीय भी मैदान में हैं।
Edited by: Ravindra Gupta