loksabha election 2024 : कांग्रेस ने सूरत में भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के निर्विरोध निर्वाचित होने तथा इंदौर में नाम वापसी के अंतिम दिन कांग्रेस प्रत्याशी द्वारा पर्चा वापस लेकर भाजपा में शामिल होने के बाद मंगलवार को सवाल किया कि अपनी पार्टी के मजबूत गढ़ में भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इतना घबराए और डरे हुए क्यों हैं?
पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह आरोप भी लगाया कि इन दोनों लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस के उम्मीदवारों को नामांकन वापस लेने के लिए डराया और धमकाया गया।
इंदौर से कांग्रेस के उम्मीदवार अक्षय कांति बम ने पार्टी को तगड़ा झटका देते हुए सोमवार को नामांकन वापसी के आखिरी दिन अपना पर्चा वापस ले लिया। उन्होंने भाजपा का दामन थाम लिया है। इससे पहले सूरत में भी कांग्रेस प्रत्याशी का नामांकन रद्द हो गया था।
रमेश ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट किया कि 1984 के बाद से सूरत और इंदौर लोकसभा सीट कांग्रेस ने नहीं जीती। फिर भी 2024 में दोनों सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों को अपना नामांकन वापस लेने के लिए डराया-धमकाया गया और उन पर दबाव डाला गया। उन्होंने सवाल किया कि भाजपा के गढ़ में भी प्रधानमंत्री इतने घबराए और डरे हुए क्यों हैं?
एक अन्य ट्वीट में उन्होंने मराठवाड़ा जा रहे प्रधानमंत्री मोदी से 3 सवाल किए। उन्होंने पूछा कि पीएम ने मराठवाड़ा के किसानों की पीड़ा को क्यों नजरअंदाज किया? मराठवाड़ा में पानी की कमी को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री के पास क्या विजन है? केवल गुजरात के सफेद प्याज से ही निर्यात बैन क्यों हटाया गया है? Edited by : Nrapendra Gupta