गौतम गंभीर के बाद जयंत सिन्हा भी नहीं लड़ेंगे चुनाव, जानिए क्यों लिया फैसला?

वेबदुनिया न्यूज डेस्क
शनिवार, 2 मार्च 2024 (15:20 IST)
Jayant Sinha : पूर्व मंत्री और हजारीबाग से भाजपा सांसद जयंत सिन्हा ने शनिवार को लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया। जयंत सिन्हा से पहले पूर्वी दिल्ली से भाजपा सांसद गौतम गंभीर ने भी इसी तरह की अपील की थी।

ALSO READ: गौतम गंभीर का राजनीति से संन्यास, पूर्वी दिल्ली में नहीं लड़ेंगे लोकसभा चुनाव
जयंत सिन्हा ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि मैंने माननीय पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अनुरोध किया है कि मुझे मेरे प्रत्यक्ष चुनावी कर्तव्यों से मुक्त करें ताकि मैं भारत और दुनिया भर में वैश्विक जलवायु परिवर्तन से निपटने पर अपने प्रयासों पर ध्यान केंद्रित कर सकूं। बेशक, मैं आर्थिक और शासन संबंधी मुद्दों पर पार्टी के साथ काम करना जारी रखूंगा।
 
उन्होंने कहा कि मुझे पिछले दस वर्षों से भारत और हजारीबाग के लोगों की सेवा करने का सौभाग्य मिला है। इसके अलावा मुझे माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, माननीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा नेतृत्व ने कई अवसर दिए। सभी का हृदय से आभार।
कौन है जयंत सिन्हा : पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा 2014 से 2016 तक देश के वित्त राज्य मंत्री रहे हैं। वे पिछले 10 सालों से हजारीबाग सीट से लोकसभा सांसद हैं।
 
इसस पहले गौतम गंभीर ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा कि मैंने पार्टी के आदरणीय अध्यक्ष जेपी नड्डा जी से विनती की है कि वे मुझे राजनीतिक दायित्वों से मुक्त करें ताकि मैं आने वाली क्रिकेट प्रतिबद्धताओं पर ध्यान दे सकूं।
 
उन्होंने अपनी पोस्ट में सेवा का अवसर देने के लिए माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और माननीय गृह मंत्री अमित शाह को धन्यवाद भी दिया।
Edited by : Nrapendra Gupta 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

tirupati laddu पर छिड़ी सियासी जंग, पशु चर्बी के दावे पर तेदेपा-वाईएसआरसीपी आमने-सामने

Kolkata Doctor Case : जूनियर डॉक्‍टरों ने खत्‍म की हड़ताल, 41 दिन बाद लौटेंगे काम पर

कटरा चुनावी रैली में कांग्रेस-नेकां पर गरजे PM मोदी, बोले- खून बहाने के पाकिस्तानी एजेंडे को लागू करना चाहता है यह गठबंधन

Mangaluru : 2 सिर और 4 आंख वाला दुर्लभ बछड़ा पैदा हुआ, देखने के लिए उमड़ा हुजूम

वन नेशन वन इलेक्शन में दक्षिण भारत पर भारी पड़ेगा उत्तर भारत?

अगला लेख
More