अमेरिका की मशहूर पत्रिका TIME नेे अपनेे कवर पेज पर प्रधानमंत्री मोदी के फोटो के साथ उन पर लिखे लेख 'India's Divider in Chief' से राजनीतिक तूफान आ गया है। इस लेख में मोदी सरकार की निंदा करते हुए मोदी को देश को बांटने वाला मुख्य व्यक्ति बताया गया है। इस लेख के बाद सोशल मीडिया पर भी हंगामा मचा हुआ है। इस लेख के साथ इसके लेखक आतिश तासीर की भी खूब चर्चाएं हो रही हैं। जानते हैं कौन हैं आतिश तासीर।
आतिश तासीर नाम के ब्रिटिश पत्रकार ने यह लेख लिखा है। आतिश पाकिस्तान के उद्योगपति और पाक-पंजाब के गवर्नर रहे सलमान तासीर और प्रसिद्ध भारतीय पत्रकार तवलीन सिंह के बेटे हैं।
उनके पिता सलमान तासीर को 2007 में पाकिस्तान में केंद्रीय मंत्री बनाया गया। बाद में उन्हें पंजाब प्रांत का गवर्नर बनाया गया था। गवर्नर के रूप में सलमान तासीर की उनके सुरक्षा गार्ड ने 2011 में गोली मारकर हत्या कर दी थी। इंस्टाग्राम में आतिश तासीर ने फोटो शेयर की है। इस फोटो के मुताबिक उनकी एक बहन सारा तासीर भी हैं।
आतिश तासीर की पैदाइश ब्रिटेन में 1980 में हुई थी। आतिश का बचपन दिल्ली में बीता। तमिलनाडु के कोडईकनल से उन्होंने अपनी स्कूली पढ़ाई की है। आतिश ने वर्ष 2001 में अमेरिका के मैसाच्युसेट्स से राजनीतिक विज्ञान की डिग्री ली। आतिश ने वर्ष 2008 में मंटो की कहानियों का अनुवाद भी किया था।
आतिश तासीर भारत के बारे में क्या विचार रखते हैं, इसका उदाहरण 16 जुलाई 2011 को वॉल स्ट्रीट जर्नल में छपे लेख से लगता है, जिसका शीर्षक था 'Why My Father Hated India'। आतिश ने अपने पिता द्वारा भारतीय के लिए नापसंद की जाने वाली सभी चीजों को एक उदाहरण के रूप में लिखा था। आतिश तासीर टाइम पत्रिका के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य करते हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लेख लिखने के कारण वे सुर्खियों में आ गए हैं।
इस आर्टिकल के छपने के बाद सोशल मीडिया पर हमला शुरू हो गया है। टाइम के कवर पेज पर छपी तस्वीर सामने आने के बाद आतिश तासीर सोशल मीडिया पर ट्रोल होने लगे। कुछ यूजर्स ने ट्विटर और फेसबुक पर विकिपीडिया के हवाले से पोस्ट डाले इसमें लिखा आतिश तासीर कांग्रेस के लिए पीआर मैनेजर के रूप में काम करते हैं।
इसके बाद लोगों ने सोशल मीडिया पर आतिश पर हमला बोलना शुरू कर दिया। ट्विटर पर अपने नाम के आगे चौकीदार लगाने वाले एक व्यक्ति शशांक सिंह ने ट्वीट कर आतिश तासीर को कांग्रेस का पीआर मैनेजर बताते हुए लिखा है कि टाइम मैगजीन ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है। हालांकि कुछ लोगों ने सोशल मीडिया पर आतिश तासीर को सपोर्ट भी किया है।