इंदौर। भाजपा का मजबूत गढ़ कही जाने वाली मध्यप्रदेश की इंदौर सीट से लगातार 8 बार चुनाव जीतने वालीं लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन की उम्मीदवारी को लेकर रहस्य बना हुआ है। इस बीच महाजन का कहना है कि इस सीट से उम्मीदवार चयन के मामले में भाजपा संगठन सही समय पर उचित निर्णय करेगा।
इंदौर सीट के भाजपा उम्मीदवार की घोषणा में देरी को लेकर रविवार को मीडिया के सवालों पर महाजन ने यहां कहा कि यह (चुनावी उम्मीदवार की घोषणा) भाजपा संगठन का काम है। इस बारे में भाजपा संगठन सही समय पर सही निर्णय जरूर करेगा।
'ताई' (मराठी में बड़ी बहन का संबोधन) के नाम से मशहूर भाजपा की 75 वर्षीय नेता ने कहा कि चूंकि अभी इंदौर सीट से भाजपा उम्मीदवार की घोषणा नहीं हुई है इसलिए सबको थोड़ी उत्सुकता है। लेकिन मैं भाजपा संगठन की कार्यकर्ता हूं और हर रोज पार्टी की बैठकों में जा रही हूं।
पिछले 30 साल से इंदौर क्षेत्र की लोकसभा में सतत नुमाइंदगी कर रहीं महाजन ने इस बार अपनी चुनावी उम्मीदवारी के बारे में कोई निजी राय व्यक्त नहीं की। उन्होंने कहा कि मैं आसन्न लोकसभा चुनावों में भाजपा को जिताने के लिए काम कर रही हूं और आगे भी यह काम करती रहूंगी।
वैसे महाजन इंदौर सीट पर 19 मई को होने वाले लोकसभा चुनावों में भाजपा के चुनावी टिकट की शीर्ष दावेदार हैं, लेकिन पार्टी द्वारा इस सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा में विलंब के कारण सियासी गलियारों में कयासबाजी जारी है कि क्या लालकृष्ण आडवाणी (91) और मुरली मनोहर जोशी (85) सरीखे वरिष्ठतम भाजपा नेताओं की तरह महाजन को भी इस बार चुनावी समर से विश्राम दिया जाएगा?
उधर, सूबे की कमलनाथ सरकार के खेल और युवा कल्याण मंत्री जीतू पटवारी ने महाजन की उम्र को लेकर उन पर निशाना साधा है। पटवारी ने यहां कांग्रेस के होली मिलन समारोह के दौरान कहा कि 80 साल की उम्र की ओर बढ़ रहीं ताई (महाजन) के नेतृत्व से इंदौर के मतदाता ऊब चुके हैं। उनकी उम्मीदवारी के बारे में सोचकर खुद भाजपा भी परेशान है इसलिए उनका नाम इंदौर से भाजपा प्रत्याशी के रूप में अब तक घोषित नहीं किया गया है।
इंदौर जिले की राऊ सीट के कांग्रेस विधायक पटवारी ने दावा किया कि इस बार हम इंदौर सीट को भाजपा से छीनकर ही रहेंगे। भले ही इस सीट से भाजपा का कोई भी नेता चुनाव लड़ ले।