रायबरेली। कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरूवार को अपने परंपरागत संसदीय क्षेत्र रायबरेली में सत्रहवीं लोकसभा के लिए नामांकन दाखिल किया।
रायबरेली से चार बार चुनाव जीत चुकीं श्रीमती गांधी ने नामांकन से पहले रोड शो कर शक्ति प्रदर्शन किया। इस दौरान उनके साथ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव पुत्री प्रियंका गांधी वाड्रा साथ थे। आत्मविश्वास से लबरेज संप्रग अध्यक्ष पर्चा भरने के बाद अपनी पांचवीं जीत के प्रति आश्वस्त नजर आईं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकसभा चुनाव को जीतकर सरकार बनाने को तैयार है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की लोकप्रियता और उनके अजेय रहने संबंधी एक सवाल के जवाब में श्रीमती गांधी ने कहा कि वर्ष 2004 को मत भूलिए तब वाजपेयी जी भी अजेय लग रहे थे, लेकिन हम जीत थे। इस बार भी कुछ ऐसा ही होने वाला है।
संप्रग अध्यक्ष के रोड शो में समर्थकों की भारी भीड़ थी। रोड शो के दौरान समर्थक नारे लगा रहे थे 'इस बार पांच लाख पार'। मतलब पांचवीं बार इस संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहीं श्रीमती गांधी की जीत का अंतर पांच लाख वोटों से अधिक होगा। सोनिया इससे पहले 2004, 2006, 2009 और 2014 के चुनाव में जीत हासिल कर चुकी हैं। इनमें 2006 में उन्होंने उपचुनाव में विजय हासिल की थी।
गौरतलब है कि श्रीमती गांधी का यहां सीधा मुकाबला भाजपा प्रत्याशी दिनेश प्रताप सिंह से है जो कुछ ही समय पहले कांग्रेस से अलग होकर भाजपा में शामिल हुए हैं। सपा, बसपा और राष्ट्रीय लोकदल गठबंधन ने इस सीट पर कोई उम्मीदवार नहीं उतारा है।
इससे पहले बुधवार को पड़ोसी जिले अमेठी में श्रीमती गांधी के पुत्र और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने पर्चा भरा था और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर राफेल मामले को लेकर धांधली के गंभीर आरोप लगाए थे। गांधी के मुकाबले गुरुवार को भाजपा प्रत्याशी के तौर पर केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने भी नामांकन दाखिल किया है। (वार्ता)