मुंबई। चुनाव के माहौल में जहां बीजेपी अपने अपने नाम के आगे चौकीदार लगा रही है, यहां तक कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बाद पार्टी के कई नेताओं ने अपने-अपने ट्विटर हैंडल पर अपने नाम के पहले चौकीदार जोड़ लिया है।
ऐसे में हाल ही में सबकुछ ठीक-ठाक है हमारे बीच, अब हम साथ-साथ हैं कहने वाली शिवसेना के नेता, राज्यसभा सदस्य संजय राउत का कहना है कि शिवसैनिक अपने आप को चौकीदार नहीं मानता, वो अपने आप को शिवसैनिक मानता है।
संजय राऊत ने ये बात बीबीसी मराठी के कॉन्क्लेव में कही। यहां मीडिया और छात्रों के कई सवालों का सामना उन्हें करना पड़ा। आदित्य ठाकरे के चुनाव लड़ने से जुड़े सवाल पर संजय का कहना था कि हाल फिलहाल तो शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे हैं और आदित्य एक शिवसैनिक की ही तरह से पार्टी में काम कर रहे हैं। वो पार्टी से युवा लोगों को जोड़ने का काम कर रहे हैं। अब वो लोकसभा का चुनाव लड़ना चाहेंगे या नहीं ये उन पर है। लेकिन, जिस दिन उन्होंने ठान लिया कि वो चुनाव लड़ना चाहते हैं, महाराष्ट्र के जिस भी चुनाव क्षेत्र से वो लड़ना चाहेंगे उनके लिए वो जगह तैयार करवा दी जाएगी।
जब उनसे पूछा गया कि शिवसेना ने कई बार कहा है कि वो भाजपा के साथ मिलकर चुनाव नहीं लड़ेगी, लेकिन अभी फिर साथ आ गए तो संजय राउत ने कहा कि ये देश के हित में लिया गया कदम है। बाला साहेब ठाकरे हमेशा चाहते थे कि जो लोग हिन्दू हित में काम कर रहे हैं, उन्हें मिलकर देश के लिए काम करना चाहिए। मैं उनके साथ काम कर चुका हूं वो होते तो वो भी ये युति करते। वैसे भी भाजपा के साथ देने या न देने से फायदा सिर्फ कांग्रेस को होता जो हम नहीं चाहते थे।
बीबीसी ऐंकर के पूछे जाने पर कि भाजपा की फ्लर्टिंग नारायण राणे से भी चल रही है, लेकिन गृहस्थी तो उन्होंने आपके साथ बसाई है, इस पर चुटकी लेते हुए राउत ने कहा कि ये बात आप उन लोगों से पूछें। घर-गृहस्थी दो लोगों की होती है, तीन की नहीं। अब घर में तो हम हैं, वो बाहर जाकर क्या गुल खिला रहे हैं मैं उसमें क्या कह सकता हूं। होता है ऐसा भी, होता रहता है। ये भी शादी का एक फेज होता है।