रतलाम। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा प्रत्याशी जीएस डामोर के समर्थन में आयोजित चुनावी सभा में वरिष्ठ कांग्रेस नेता और भोपाल सीट से उम्मीदवार दिग्विजय सिंह पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें नागरिक होने के कर्तव्य की चिंता नहीं थी, बल्कि अपनी सीट बचाने की चिंता थी और इसलिए वे वोट देने के लिए अपने गृहक्षेत्र नहीं गए।
मोदी ने चुनावी सभा में कहा कि देश लोकतंत्र का पर्व मना रहा है। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति भी मतदान करने के लिए कतार में खड़े हो रहे हैं, लेकिन सिंह को लोकतंत्र और अपने नागरिक कर्तव्य की जिम्मेदारी की कोई चिंता नहीं है।
उन्होंने दिग्विजय सिंह का बिना नाम लिए कहा कि उन्हें अपना प्रत्याशी पसंद नहीं हो, लेकिन उसके पक्ष में मतदान नहीं करके वे अपने 'घर का झगड़ा' सामने ले आए हैं। मोदी ने कहा कि वे अंदर जाकर ईवीएम का बटन नहीं दबाते, लेकिन कम से कम मतदान करने तो जाते। प्रधानमंत्री ने कहा कि सिंह तो जाकिर नाइक से भी नहीं डरते, तो फिर अपने क्षेत्र के लोगों से क्यों डर गए।
मोदी ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री को नर्मदा परिक्रमा भी नहीं बचा पाई। उन्हें अब बस भोपाल वालों से आस थी, इसलिए उन्होंने स्वयं का वोट डालने जाने की आवश्यकता भी नहीं समझी।
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी इंदौर की आमसभा में दिग्विजय सिंह पर मतदान नहीं करने को लेकर निशाना साधा था।
शिवराज ने कहा था कि दिग्गी राजा ने आज गजब किया। इतने घबराए, वोट डालने नहीं गए। भोपाल में ही पोलिंग-पोलिंग घूमते रहे। मतदान लोकतंत्र में हमारा परम कर्तव्य है। एक व्यक्ति जो 10 साल सीएम रहा, वोट न डाले तो लोकतंत्र के प्रति उनकी भावनाओं को समझा जा सकता है।
दिग्विजय सिंह रविवार को उनके गृह क्षेत्र राघौगढ़ जाकर मतदान नहीं कर सके, जिसकी उन्होंने पृष्टि करते हुए मीडिया के सामने नागरिको से क्षमा याचना की थी।