भोपाल। लोकसभा चुनाव के लिए टिकट को लेकर हुई चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में एक बार फिर परिवारवाद की गूंज सुनाई दी। बैठक में कई नेताओं ने अपने बेटे और बेटियों के लिए टिकट की मांग की है।
पूर्व कैबिनेट मंत्री गौरीशंकर बिसेन अपनी बेटी मौसम सिंह के लिए बालाघाट से टिकट की मांग की तो नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव सागर से अपने बेटे अभिषेक भार्गव के नाम की पैरवी करते हुए दिखाई दिए। बैठक के बीच बाहर निकले गोपाल भार्गव ने मीडिया से बात करते हुए साफ किया कि जब किसान का बेटा किसानी, अधिकारी का बेटा अधिकारी बनता है तो क्या राजनेता के बेटे को भीख मांगनी चाहिए।
गोपाल भार्गव के इस बयान के बाद एक बार फिर बीजेपी के अंदरखाने की सियासत गर्मा गई है। बैठक के बाद जब पूर्व मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से गोपाल भार्गव के बयान के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस पर पार्टी विचार करेगी।
परिवारवाद को लेकर कांग्रेस थी निशाने पर : इससे पहले बीजेपी परिवारवाद को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधती रही है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह राहुल गांधी को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाए जाने पर जमकर हमला बोला था।
इस बार लोकसभा चुनाव में जब छिंदवाड़ा लोकसभा सीट से मुख्यमंत्री कमलनाथ के बेटे नकुलनाथ का नाम आगे आया है, तब बीजेपी ने कांग्रेस पर परिवारवाद को लेकर निशाना साधा है। ऐसे में जब अब बीजेपी की तरफ से नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने बड़ा बयान दिया है तो कहीं न कहीं बीजेपी बैकफुट पर दिखाई दे रही है।