नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने लोकसभा चुनाव में पार्टी की हार स्वीकार करते हुए गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जीत की बधाई दी और कहा कि चुनावी की पराजय की ‘ 100 फीसदी जिम्मेदारी’ उनकी है।
उन्होंने यह भी कहा कि उनकी लड़ाई विचारधारा की लड़ाई है और कांग्रेस के नेताओं-कार्यकर्ताओं को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि उनकी पार्टी की विचाराधारा जीतेगी।
गांधी ने संवाददाताओं से कहा कि ‘मैंने चुनाव प्रचार में कहा था कि जनता मालिक है। जनता ने अपना फैसला दिया है। जनता ने आदेश दिया है। मैं उसे स्वीकार करता हूं। मैं सबसे पहले मोदी जी और भाजपा को जीत की बधाई देता हूं। मैं अपने कार्यकर्ताओं और उम्मीदवारों का भी धन्यवाद करता हूं।’
उन्होंने कहा, ‘दो अलग-अलग सोच है। विचारधारा की लड़ाई है। हमें मानना पड़ेगा कि मोदी जी जीते हैं, इसलिए मैं उन्हें बधाई देता हूं।’ एक अन्य प्रश्न पर कि क्या आप आज की हार की जिम्मेदारी लेंगे, गांधी ने कहा कि वह शत-प्रतिशत जिम्मेदारी लेते हैं।
उन्होंने कहा कि पार्टी की कार्यसमिति की बैठक में जवाबदेही को लेकर चर्चा होगी। मीडिया के एक हिस्से में ऐसी खबरें आईं थी कि गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की है, लेकिन पार्टी ने इसे ‘गलत और अफवाह’ करार दिया।
अमेठी लोकसभा सीट से अपनी हार स्वीकार करते हुए गांधी ने यह भी कहा, ‘स्मृति ईरानी को बधाई देता हूं। वहां की जनता ने अपना फैसला दिया है। उम्मीद करता हूं कि वह अमेठी की प्यार से देखभाल करेंगी।’
उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं का आह्वान किया, ‘घबराने की कोई जरूरत नहीं है। हम साथ मिलकर लड़ेंगे और जीतेंगे।’ गांधी ने कहा, ‘बहुत लंबा प्रचार अभियान था और उसमें मैंने एक लाइन रखी थी। मेरी लाइन थी कि मेरे ऊपर जो भी गलत शब्द प्रयोग किए जाएं, मुझे जो भी गाली दी जाए, जो भी कहा जाए, मैं प्यार से जवाब दूँगा। मैं कहना चाहता हूं कि चाहे कुछ भी हो जाए, मैं सिर्फ वापस प्यार से जवाब दूंगा।’