नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने पार्टी के एक कर्मचारी के यहां आयकर विभाग की छापेमारी को 'विरोधियों को चुनाव लड़ने से रोकने की साजिश' करार देते हुए कहा कि वे छापेमारी से डरने वाले नहीं हैं।
पटेल ने कहा कि भाजपा वाले घबरा गए हैं। उनकी कोशिश ऐसी स्थिति पैदा करने की है कि उनके विरोधी चुनाव नहीं लड़ सकें। यह साजिश है।
उन्होंने कहा कि पैसे से चुनाव लड़ा जाता है। चुनाव में तो जनता फैसला करती है। अगर भाजपा के लोगों को लगता है कि पैसे से चुनाव जीत जाएंगे तो उन्हें इस चुनाव में पता चल जाएगा।
पटेल ने दावा किया कि ये एजेंसियों का दुरुपयोग कर रहे हैं। विरोधी नेताओं के फोन टैप कराते हैं। भाजपा के नेताओं के फोन टैप क्यों नहीं कराते? एजेंसियां मुझे तीन दिन के लिए दे दीजिए, मैं साबित कर दूंगा कि कौन सबसे बड़ा चोर है।
कांग्रेस कर्मचारी के घर जाने से जुड़े सवाल पर उन्होंने कहा कि अगर मेरे यहां का कोई कर्मचारी पूरे दिन दफ्तर नहीं आता और उसके घर के लोग कह रहे हैं कि वह घर पर नहीं है तो मेरा फर्ज बनता है कि मैं पता करूं कि वह कहां है?
कांग्रेस के कोषाध्यक्ष ने कहा कि मैं अपने कर्मचारियों के साथ गया था। अगर कोई यह समझता है कि हमारा कोई साथी दिक्कत में है तो उसके यहां नहीं जाना है तो मैं कहना चाहता हूं कि हम बार बार जाएंगे। हम छापेमारी रोकने नहीं गए थे।
पटेल ने कहा कि हमने कोई चोरी नहीं की है। कांग्रेस ने हमेशा पारदर्शिता रखी है। भाजपा वालों के पास इतने पैसे कहां से आए हैं? एजेंसियां इनकी भी जांच करें।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हम किसी से डरने वाले नहीं हैं। मुझे सम्मन करें, पूछताछ करें, मैं डरने वाला नहीं हूं। डरता वो है जिसने चोरी की है।' उन्होंने कहा कि हमने चुनाव आयोग से शिकायत की है। उन्हें इस पर कार्रवाई करनी चाहिए।