भोपाल। लोकसभा में भाजपा को मिली प्रचंड जीत को जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जीत बताया जा रहा है, वहीं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा कि ये वोट देश के लिए है, न कि मोदी के लिए।
मीडिया से बात करते हुए दिग्विजय ने कहा कि भाजपा देश की सुरक्षा के नाम पर लोगों को रिझाने में सफल हो गई जिससे कि चुनाव का पूरा एजेंडा ही देश की सुरक्षा पर केंद्रित हो गया। इसके बाद लोगों ने देश की सुरक्षा के एवज में भाजपा को वोट देकर जिता दिया।
गांधी के हत्यारों की विचारधारा जीती : दिग्विजय ने कहा कि भाजपा ने अपने प्रचार में 'मोदी ही देश को बचा सकता है', इसको अच्छी तरह प्रचारित किया।
महात्मा गांधी के हत्यारों की विचारधारा जीत गई : भोपाल से साध्वी प्रज्ञा से चुनाव हारने के सवाल पर दिग्विजय सिंह ने कहा कि उन्हें दुख है कि महात्मा गांधी की हत्या करवाने वालों की विचारधारा जीत गई। इसके साथ ही दिग्विजय ने अपनी हार को संदेह में खड़ा करते हुए कहा कि मतगणना से पहले उनके पास भाजपा नेताओं के फोन बधाई देने के लिए आए थे, लेकिन वे चुनाव हार गए। उन्होंने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को इस जीत के लिए बधाई भी दी है।
परिणामों पर उठाए सवाल : अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिग्विजय ने चुनाव परिणामों पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा के पास ऐसी कौन-सी जादू की छड़ी है जिससे कि उसको पता चला जाता है कि उसके पास कितनी सीटें आने वाली हैं?
उन्होंने कहा कि भाजपा ने 2014 में भी 280 सीटें जीतने का लक्ष्य रखा था, जो कि भाजपा जीती भी थीं और इस बार भाजपा ने 300 सीटों का नारा दिया और 300 सीटें जीत लीं। वहीं दिग्विजय सिंह ने अमेठी सीट पर राहुल गांधी और गुना सीट पर ज्योतिरादित्य सिंधिया की हार पर कहा कि चुनाव से पहले कोई नहीं कह रहा था कि ये हार जाएंगे, लेकिन जब परिणाम आए तो ये कुछ और ही थे।
कांग्रेस विधायकों को खरीदने की कोशिश : दिग्विजय ने कहा कि भाजपा को पच नहीं पा रहा है कि मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार आ गई है इसलिए कांग्रेस विधायकों को खुलेतौर पर करोड़ों के ऑफर दिए जा रहे हैं, लेकिन हमें अपने समर्थकों और विधायकों पर पूरा भरोसा है।