कोलकाता। आसन्न लोकसभा चुनावों में प्रत्याशी अपने खर्चों को पूरा करने के लिए पार्टी लाइन से इतर ऑनलाइन चंदा लेने में गुरेज नहीं कर रहे हैं। ऑनलाइन चंदा लेने वालों लोगों में बिहार के बेगूसराय संसदीय सीट से भाकपा प्रत्याशी कन्हैया कुमार के अलावा नागपुर से कांग्रेस प्रत्याशी नाना पटोले, दिल्ली में आम आदमी पार्टी प्रत्याशी राघव चड्डा और पश्चिम बंगाल की रायगंज सीट से मोहम्मद सलीम प्रमुख हैं।
ऑनलाइन क्राउड फंडिंग का तरीका यूरोप में बहुत आम है। लेकिन भारत में यह काम 2017 में मणिपुर विधानसभा सीट में शुरू हुआ माना जाता है। देश में 1952 के बाद से हो रहे लोकसभा चुनावों में ऐसा पहली बार हो रहा है कि बड़ी संख्या में लोकसभा प्रत्याशी अपने व्यय को पूरा करने के लिए ऑनलाइन चंदा एकत्र कर रहे हैं। इसके जरिए पारदर्शिता बरतने का संदेश भी जा रहा है।
कुमार ने इस तरीके को अपना कर 5,500 लोगों से करीब 70 लाख रुपए जुटा लिए हैं। उनके बाद पूर्वी दिल्ली से आप प्रत्याशी आतिशी का नाम है जिन्होंने 50 लाख रुपए एकत्र किए हैं। आंध्र प्रदेश की प्रचूर सीट से बसपा प्रत्याशी पेडापुडी विजय कुमार इस सूची में तीसरे पायदान पर हैं और उन्होंने एक लाख 90 हजार रुपए जमा कर लिए हैं। माकपा के वरिष्ठ नेता मोहम्मद सलीम भी पीछे नहीं हैं।
उन्होंने ऑनलाइन चंदे से एक लाख 40 हजार रुपयों का जुटान कर लिया है। दूसरे प्रमुख लोगों में आप पार्टी के पटियाला से प्रत्याशी धर्मवीर गांधी, आप के ही गोवा से प्रत्याशी एल्विस गोम्स, बसपा के एसएच बुखारी, भाकपा-माले के राजू यादव और मुंबई से ट्रांस जेंडर प्रत्याशी स्नेहा काले भी शामिल हैं। कुमार के चुनावी अभियान प्रमुख रेजा हैदर ने कहा, ऑनलाइन चंदे से आप कम समय में अधिक पैसा जमा कर सकते हैं।
ऑनलाइन चंदा एकत्र करने वाली मशहूर वेबसाइट ‘आवरडेमोक्रेसी डॉट इन’ ने 40 उम्मीदवारों का काम हाथ में लिया है और वह 17 हजार लोगों की मदद से 1.4 करोड़ रुपए जमा कर चुकी है। इसके सह संस्थापक आनंद मंगनाले ने कहा कि लोगों ने जो उत्साह दिखाया है उससे उन्हें काफी प्रसन्नता है। यह वेबसाइट चंदे की पांच प्रतिशत राशि को काट कर शेष धन प्रत्याशी को दे देती है।