सरोगेसी हर एक देश में किसी न किसी कारण के चलते चर्चा में रही है। इसे लेकर हर एक देश के अपने अलग नियम कायदे हैं।
भारत में कड़ा कानून
लोकसभा ने 19 दिसंबर 2018 को 'सरोगेसी रेगुलेशन बिल 2016' पास कर दिया। इस कानून के तहत कमर्शियल सरोगेसी पर रोक लग गई है। अब केवल परिवार के सदस्यों या करीबियों में ही कोई सरोगेट बन सकेगा और इसके लिए पैसों का लेनदेन नहीं हो सकेगा।
मुनाफा नहीं, मानवीय
कनाडा, डेनमार्क, न्यूजीलैंड, ब्रिटेन और ऑस्ट्रेलिया में सरोगेसी से मुनाफा नहीं कमाया जा सकता लेकिन मानवीय आधार पर इन सब देशों में सरोगेसी को मान्यता है।
एकदम प्रतिबंधित
बुल्गारिया, फ्रांस, जर्मनी, इटली, पुर्तगाल और स्पेन में हर प्रकार की सरोगेसी पर प्रतिबंध है।
विदेशियों के लिए प्रतिबंध
साल 2015 तक सरोगेसी कारोबार थाईलैंड में खूब फला-फूला लेकिन कुछ हाई प्रोफाइल मामले सामने आने के बाद यहां की सरकार ने विदेशियों के लिए इसे प्रतिबंधित कर दिया।
सबसे बड़े केंद्र
जॉर्जिया और यूक्रेन सरोगेसी के बड़े हब बनकर उभर रहे हैं। अब तक इन देशों में सरोगेसी पर कोई कानून नहीं है।
कानून ही नहीं
कंबोडिया मे सरोगेसी को लेकर कोई नियम कानून नहीं थे लेकिन 2016 से इस ओर सुगबुगाहट तेज हुई है।
कमर्शियल सरोगेसी
अमेरिका में सरोगेसी संबंधी मामलों पर कोई कानून नहीं है लेकिन कुछ राज्यों ने कमर्शियल सरोगेसी को मान्यता दे रखी है।
रूस में मान्यता है
सरोगेसी को रूस जैसे देश में मान्यता मिली हुई है।