सोमालिया में सक्रिय आतंकवादी संगठन अल-शबाब ने एक महिला की पत्थरों से मार-मार कर जान ले ली। यह सजा महिला को 11 शादियां करने के चलते दी गई थी।
इस्लामिक कट्टरवादी गुट अल-शबाब सोमालिया में काफी सक्रिय है। इस गुट की शरिया अदालत ने 30 साल की शुक्ररी अब्दुलाही नाम की महिला को 11 शादियां करने के आरोप में पत्थर मार मारकर मौत के घाट उतारने की सजा सुनाई।
शरिया अदालत के स्व-घोषित न्यायाधीश ने कहा कि महिला ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को स्वीकार किया। महिला पर आरोप था कि उसने 11 शादियां की और अपने किसी भी पति को कभी तलाक नहीं दिया। बतौर सजा महिला को पहले गर्दन तक जमीन में गाड़ दिया गया। और फिर अल-शबाब के लड़ाकों ने उसकी पत्थर मार-मार कर जान ले ली।
अल शबाब, सोमालिया में अल-कायदा का सहयोगी संगठन माना जाता है। संगठन शरिया कानून को सख्ती से लागू करने के लिए जाना जाता है। इस गुट की अपनी अदालतें हैं। इन अदालतों में किसी कानून के तहत अपील नहीं की जा सकती। यह गुट संदेह के घेरे में आने वाले आरोपियों को ऐसी ही बर्बर सजा देता है। अब तक कई महिलाएं और पुरुष ऐसी सजाओं के शिकार हो चुके हैं।
बहुविवाह करना सोमालिया के पुरुषों में अधिक देखने को मिलता है। इस्लामिक शरिया कानून के मुताबिक पति, चार पत्नियां रख सकता है। लेकिन महिलाएं किसी खास वजह के चलते ही बिना तलाक लिए दूसरी शादी कर सकती है।