नीदरलैंड्स में नया 5जी नेटवर्क लाने का विरोध कर रहे लोगों ने कई टेलीफोन टॉवर तोड़ दिए और उनमें आग लगा दी। ये लोग सेहत पर 5जी के संभावित के खतरों और प्राइवेसी नियमों के उल्लंघन को लेकर चिंतित हैं। डच अखबार 'द टेलीग्राफ' ने खबर दी है कि प्रदर्शनकारियों ने देशभर में बहुत से सेल्युलर ब्रॉडकास्टिंग टॉवरों को निशाना बनाया है। वे नए 5जी टेलीकम्युनिकेशन नेटवर्क का विरोध कर रहे हैं।
सेल्युलर टॉवर लगाने और उनकी देखरेख करने वाले एक एसोसिएशन द मोनेट फाउंडेशन के निदेशक रॉब बोंगेलार ने अखबार को बताया कि रॉटरडैम, लीसेल, बीस्ड और नुएनेन जैसे शहरों में टॉवरों में आग लगाई गई और उन्हें नुकसान पहुंचाया गया है। द मोनेट फाउंडेशन केपीएन, टी-मोबाइल और वोडाफोन जैसे नेटवर्कों के लिए काम करता है और राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम करता है।
अस्पतालों की जरूरत
बोंगेलार ने बताया कि ऑपरेटर इस मुश्किल समय में जैसे-तैसे मोबाइल नेटवर्क को चालू रखने की कोशिशों में लगे हैं। उन्होंने कहा कि भरोसेमंद डिजिटल नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर की उपलब्धता बहुत जरूरी है। उनके मुताबिक अस्पतालों और देखभाल केंद्रों को कनेक्शन की बेहद जरूरत है और दूसरी तरफ वे लोग हैं जिन्होंने रेडियो मास्ट जान-बूझकर आग के हवाले किए हैं। समझ से परे और अस्वीकार्य।
'द टेलीग्राफ' ने उत्तर शहर ग्रोनिंगन में भी शुक्रवार को संभावित आगजनी की खबर दी थी। डच सरकार के सुरक्षा और आतंकवाद निरोधी केंद्र (एनसीटीवी) ने एक बयान में कहा है कि बीते हफ्ते में उसने ब्रॉडकास्टिंग एंटेनाओं के आसपास बहुत-सी घटनाओं के मामले दर्ज किए हैं, इनमें आगजनी और तोड़फोड़ भी शामिल हैं। इनके पीछे 5जी प्लान के विरोध को संभावित वजह बताया गया है।
एनसीटीवी ने कहा कि यह चिंताजनक घटनाक्रम है। केंद्र का कहना है कि इसी तरह के हमले हाल में ब्रिटेन में भी देखने को मिले हैं।
स्वास्थ्य चिंताएं
नीदरलैंड्स में कई समूह कुछ समय से 5जी नेटवर्क को लाने का विरोध कर रहे हैं। उनकी चिंता इसके स्वास्थ्य पर पड़ने वाले संभावित प्रभावों को लेकर है, क्योंकि रेडियो तरंगें इंसानों की सेहत के लिए जोखिम पैदा कर सकती हैं।
वहीं कुछ लोगों का कहना है कि यह नेटवर्क प्राइवेसी के अधिकार का उल्लंघन कर सकता है। जनवरी में एम्सटरडैम के डैम स्क्वेयर पर लगभग 100 लोगों ने जमा होकर 5जी का विरोध किया था। वे स्वास्थ्य आधार पर इसे खारिज किए जाने की मांग कर रहे थे।
नीदरलैंड्स में टेलीकॉम कंपनियां जून का इंतजार कर रही हैं, जब स्पेक्ट्रम की नीलामी होगी। इसके बाद ही पूरे नीदरलैंड्स में 5जी को लागू किया जाएगा। अभी यह वहां टेस्टिंग फेज में है।