जर्मनी के विकास मंत्रालय ने कहा है कि वह भारत को कोरोनावायरस से लड़ने के लिए बड़ी मदद दे रहा है। इस सहायता में 3,30,000 परीक्षण किट और 46 करोड़ यूरो का अल्पकालिक ऋण शामिल है।
जर्मनी के विकास मंत्री गैर्ड मुलर ने कहा है कि जर्मनी भारत में अपने सहायता कार्यक्रम का विस्तार कर रहा है, जहां कोरोनावायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। जर्मनी ने भारत को 3,30,000 कोरोनावायरस परीक्षण किट और 1.5 करोड़ यूरो के मूल्य की 6,00,000 व्यक्तिगत सुरक्षा किट पीपीई दी हैं। जर्मन विकास सहायता मंत्री मुलर ने इस पर जोर दिया कि सहायता उपायों का उद्देश्य देश में बीमारी के और अधिक प्रसार को धीमा करना है।
जर्मन विकास मंत्रालय भारत को 46 करोड़ यूरो का अल्पकालिक ऋण भी प्रदान कर रहा है। मुलर ने कहा कि इस तरह से हम यह सुनिश्चित करने के लिए साथ मिलकर काम कर रहे हैं कि 80 करोड़ लोगों को भोजन वितरित किया जा सके और कोरोना संकट के दौरान उन 32 करोड़ लोगों को सहायता दी जा सके जिन्होंने अपनी नौकरी खो दी है। मूलर ने सहायता कार्यक्रम के बारे में कहा कि यह दुनिया में सबसे बड़े कोरोना समर्थन उपायों में से एक है।
रिकॉर्ड संक्रमण
भारत सबसे ज्यादा संक्रमण वाला दुनिया का दूसरा देश बन गया है। वह उन 3 देशों में शामिल है, जहां कोरोनावायरस संक्रमण के मामले 40 लाख को पार कर चुके हैं। इनमें संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्राजील में क्रमशः 63 लाख और 41 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं।
सोमवार को भारत ने संक्रमण के मामलों में नया रिकॉर्ड दर्ज किया है। संक्रमण के कुल मामाले 42 लाख से ज्यादा हैं। रविवार को 91,723 नए मामले दर्ज किए गए। देश में अब तक कोरोनावायरस से 71,844 लोगों की मौतें दर्ज की गई हैं। केवल 13 दिनों में संक्रमण के मामले 30 लाख से बढ़कर 40 लाख हो गए। भारत में संक्रमण की दर अब अमेरिका और ब्राजील की तुलना में तेज है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चिंता है कि भारत में कोरोनावायरस के मामलों की संख्या औपचारिक आंकड़ों से कहीं अधिक हो सकती है। भारत ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कई महीने का राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन लागू किया लेकिन सरकार ने अर्थव्यवस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए प्रतिबंधों में धीरे-धीरे ढील दी है।