बहुत गुस्सा आ रहा है? इस कमरे में निकालिए अपनी भड़ास

DW
शुक्रवार, 26 फ़रवरी 2021 (08:38 IST)
अक्सर लोग जब झुंझला जाते हैं तो उन्हें अपना गुस्सा निकालने के लिए किसी चीज का सहारा लेना पड़ता है। कभी वे दूसरों पर चिल्लाते हैं या फिर घर के सामान को तोड़ते हैं। ऐसे लोगों के लिए अब बाकायदा एक कमरा खुल गया है।
 
ब्राजील के लोगों के पास निराशा और तनाव से बाहर आने के लिए एक अनोखा कमरा मिल गया है। इस कमरे का नाम 'रेज रूम' है। लोग इस कमरे में अपना गुस्सा और रोष निकालने के लिए आ सकते हैं। साओ पाउलो के पास इस गोदाम में रखे पुराने टीवी, कम्प्यूटर और प्रिंटर पर हथौड़े चलाकर लोग अपनी भड़ास निकाल सकते हैं। मशीनों को तोड़कर और शीशों को चकनाचूर कर वे अपना तनाव कम कर सकते हैं।
 
42 साल के वांडरलेई रोड्रिग्स ने इस 'क्रोध कमरे' को सिडाडे तिरादेंतेस इलाके में खोला है। वे बताते हैं कि उनके पास उचित संख्या में ग्राहक आते हैं, खासकर महामारी के दौरान अपना गुस्सा निकालने के लिए ग्राहक यहां आ रहे हैं। रोड्रिग्स के मुताबिक मुझे लगता है कि इसे इस इलाके में खोलने के लिए यह सबसे अच्छा मौका था, क्योंकि लोग बहुत तनाव और चिंता से गुजर रहे हैं।
 
'रेज रूम' में अगर कोई अपना गुस्सा निकालना चाहता है तो उसे करीब साढ़े 4 डॉलर खर्च करने होंगे। कमरे में जाने के पहले व्यक्ति को सुरक्षात्मक सूट और हेलमेट पहनने पड़ते हैं। वे उन मुद्दों को दीवारों पर लिखते हैं, जो उन्हें परेशान कर रहे हैं। उदाहरण के लिए 'पूर्व प्रेमिका', पूर्व पति', भ्रष्टाचार' और 'काम'- ये शब्द उनके गुस्से का निशाना बनते हैं।
 
40 साल के एलेक्जेंडर डे कार्वाल्हो विज्ञापन के क्षेत्र में काम करते हैं और काम के लिए हर दिन घर से 2 घंटे की ड्राइव करते हैं। वे कहते हैं कि महामारी के कारण वे स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहते हैं। वे बताते हैं कि यहां आकर अपना गुस्सा और कैद की हुई भावनाओं को बाहर निकाल देना अच्छा लगता है।
 
2 बेटियों की मां और बेरोजगार लुसियाना होलांडा कहती हैं कि वे अपनी निराशा 'रेज रूम' में निकालना पसंद करती हैं। होलांडा कहती हैं कि तनाव से भरा होना, एक मां होने के साथ काम नहीं होना यह कुछ हद तक गुस्सा जाहिर करने का अच्छा तरीका है। मैं अपनी बेटियों या अन्य किसी व्यक्ति पर गुस्सा नहीं निकाल सकती इसलिए मैं चीजें तोड़ना पसंद करती हूं।
 
एए/सीके (रॉयटर्स)

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरूर पढ़ें

तमिलनाडु में नीट की वजह से क्यों हो रही हैं आत्महत्याएं

ऑनलाइन सट्टेबाजी और फैंटेसी गेम्स की लत से जूझ रहे भारतीय

नागपुर हिंसा के पीछे की सोच को समझना होगा

ड्रग सेंसस कराने की जरूरत क्यों पड़ी पंजाब सरकार को?

ट्रंप बोले, अमेरिका लेने जा रहा ग्रीनलैंड

सभी देखें

समाचार

CM पुष्कर धामी का बड़ा फैसला, उत्तराखंड के मदरसों के पाठयक्रम में शामिल होगा ऑपरेशन सिंदूर

31 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंदौर मेट्रो तथा सतना और दतिया एयरपोर्ट का करेंगे वर्चुअल लोकार्पण

covid 19 cases in india : क्या है कोरोना का JN.1 वेरिएंट, भारत में कितने मामले, वायरस से देश में कितना खतरा, सरकार कितनी तैयार, किन बातों का आपको रखना होगा ध्यान

अगला लेख