Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia
मंगलवार, 15 अक्टूबर 2024
webdunia
Advertiesment

आखों से सुनते, हाथों से बात करते लोग

हमें फॉलो करें आखों से सुनते, हाथों से बात करते लोग
, मंगलवार, 8 अगस्त 2017 (12:36 IST)
कोलंबिया में एक ऐसा बार खुला है जो उन लोगों के लिए है जो सुन नहीं सकते। यहां काम करने वाले 6 वेटर भी सुन नहीं सकते। लेकिन ये दिलचस्प है कि खाने से लेकर ड्रिंक सर्व करने तक सारे काम आसानी से किए जाते हैं।
 
अंधेरा नहीं हुआ है लेकिन बगोटा के बार में बैठी दो लड़कियां अपनी लकड़ी के टेबल पर लैंप को जलाती बुझाती हैं। ये बारटेंडर के लिए इशारा है कि उन्हें ड्रिंक चाहिए। यह कोलंबिया का पहला बार है जो उनके लिए बना है जो सुन नहीं सकते। मारिया फेरन्डाना उन तीन लोगों में से एक हैं जो इस बार के मालिक हैं। वे बताती हैं कि यह कोलंबिया में अपने तरह का पहला बार है।
 
नो वर्ल्ड कफे में एक बड़ी सी स्क्रीन है जिसमें साइन लैंग्वेज के साथ वीडियोज में गाने चलाए जाते हैं। इसमें डांस फ्लोर भी ऐसा है जिसका म्यूजिक आप फ्लोर पर महसूस कर सकते हैं ताकि वे लोग आसानी से नाच सकें जो संगीत सुन नहीं सकते। इस बार का मेन्यू भी साइन लैंग्वेज में ट्रांसलेट किया जाता है और ग्राहकों के खेलने के लिए कई खेल भी हैं।
 
वानेगास और उनके पार्टनर क्रिस्टियन मेलो और जैसिका मोजीका बिल्कुल ठीक तरह से सुन सकते हैं लेकिन उन्होंने सपना देखा, बोगोटा के उन 50 हजार लोगों के लिए जो नहीं सुन सकते।
 
कोलंबिया की पिछली जनगणना के अनुसार वहां 4,55,000 ऐसे लोग हैं जो सुन और बोल नहीं सकते। लोग जो ठीक से बोल और सुन सकते हैं वे भी अक्सर इस बार में पहुंचते हैं। फर्क बस इतना है कि यहां ज्यादातर बातचीत हाथों के इशारों से होती है।
 
इरिन प्रिसेला अपनी एक दोस्त कैरल के साथ इस बार में एक ड्रिंक इंजॉय कर रही हैं। वो कहती हैं कि यह पहली बार हुआ है जब वे म्यूजिक को महसूस कर रही हैं। यह बात उन्हें खुश कर रही है क्योंकि पहली बार वह नाच सकती हैं। बार में काम करने वाले 6 वेटर भी सुन नहीं सकते हैं। हालांकि बहुत से ग्राहक ऐसे होते हैं जो साइन लैंग्वेज नहीं जानते हैं लेकिन वो दूसरे तरीकों से या लिखवा कर लोगों से उनका ऑर्डर मंगवा लेते हैं।
 
इस बार में छोटी मोटी बातें पूछने या बताने कि लिए कई तरह के कार्ड्स भी हैं। इस बार में बतौर एक वेटर काम कर रहे 26 वर्षीय जुआन कार्लोस कहते हैं, "जो लोग सुन सकते हैं उनके साथ पहली बार बात करना मुश्किल हो सकता है क्योंकि हम उन्हें नहीं समझते। लेकिन फिर हम किसी न किसी तरह समझ जाते हैं। कुछ नए ग्राहक शुरू में चौंक जाते हैं लेकिन वे भी आखिरी में साइन लैंग्वेज में बात करने लगते हैं।"
 
इस बार के मालिकों को यह कैफे खोलने का आईडिया तब आया जब उन्होंने कुछ ऐसे लोगों को कॉफी पीते हुए देखा जो सुन नहीं सकते थे। बार के मालिकों ने उनसे उनके सामाजिक जीवन के बारे में पूछा और उन्हें इस तरह के एक बार के बारे में ख्याल आया। अब वे कोलंबिया में इस तरह के और भी बार खोलना चाहते हैं।
 
कैफे के एक और मालिक वानेगास बहुत ही गुस्से में कहते हैं कि कुछ बेहुदे ग्राहक कभी कभी वेटरों के न सुन सकने का फायदा उठाते हैं और बिना पैसे दिए चुपचाप चले जाते हैं।
 
इस बार को जून 2016 में कई प्रदर्शनियों, किस्से कहानियों और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ शुरू किया गया है। इसे बोगोटा में काफी लोग पहचानने लगे हैं। वानेगस कहते हैं कि यह वो जगह है जहां लोग आखों से सुनते और हाथों से बात करते हैं।
- एसएस/ओएसजे (एएफपी)

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

ब्लॉग: 'यहाँ कन्हैया लाल था, वहाँ कन्हैया पाकिस्तानी हूँ'