पौचेफस्ट्रूम। अपने नाबाद शतक से भारत को अंडर-19 विश्वकप (Under-19 World Cup) के फाइनल में पहुंचाने वाले युवा बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने कहा कि यह उनके लिए एक सपना पूरे होने जैसा है और वह सभी भारतीयों का धन्यवाद करते हैं, जिन्होंने टीम के लिए प्रार्थना की।
यशस्वी ने पाकिस्तान के खिलाफ सेमीफाइनल में नाबाद 105 रन की मैच विजयी पारी खेली और दिव्यांश सक्सेना के साथ भारत को 10 विकेट से जीत दिलाकर फाइनल में पहुंचाया। यशस्वी को 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार मिला। यशस्वी इस टूर्नामेंट में भारत के पहले शतकधारी बने और साथ ही वह टूर्नामेंट में 300 रन पूरे करने वाले पहले बल्लेबाज भी बन गए।
यशस्वी और दिव्यांश के बीच पहले विकेट के लिए 176 रन की साझेदारी पाकिस्तान के खिलाफ अंडर-19 विश्वकप में सबसे बड़ी साझेदारी है। उन्होंने सरफराज खान और संजू सैमसन के बीच 2014 में दुबई में पांचवें विकेट के लिए बनी 119 रन की साझेदारी का रिकॉर्ड तोड़ा।
इस युवा बल्लेबाज ने 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार ग्रहण करने के बाद कहा, मैंने अपने देश के लिए जो किया है, उससे मैं बहुत खुश हूं। मैं इस खुशी को शब्दों में बयां नहीं कर सकता। मैं इस बात को कभी नहीं भूल पाऊंगा कि मैंने विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाफ शतक बनाया और अपनी टीम को जीत दिलाई। मुझे और दिव्यांश को भविष्य में और भी मेहनत करनी होगा।'
यशस्वी ने कहा, 'साझेदारी के दौरान हम दोनों आपस में बात कर रहे थे कि हमें विकेट पर टिके रहने की जरुरत है। पाकिस्तानी गेंदबाजों ने शुरुआत में अच्छी गेंदबाजी की थी और हमें उनका स्पेल निकालने की जरुरत थी। फाइनल में पहुंचने के बाद हम अपने सभी सपोर्ट स्टाफ और देशवासियों का धन्यवाद करना चाहते हैं, जिन्होंने हमारे लिए प्रार्थना की। अब हम फाइनल में अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करेंगे।' Photo courtesy BCCI