- सीमान्त सुवीर
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड के स्टेडियम में जमा 44 हजार दर्शकों में भारतीय समर्थकों का नीला समंदर उमड़ पड़ा था और 10 फीसदी प्रशंसक भी ऑस्ट्रेलियाई नहीं थे। इसी नीले समंदर के बीच शिखर धवन और रोहित शर्मा ने जीत के लिए 165 रनों के लक्ष्य की शुरुआत करते हुए मजबूत नींव रखी, जिस पर बाद में विराट कोहली की आतिशी बल्लेबाजी ने जीत का महल खड़ा करते हुए तीसरे टी20 में न केवल ऑस्ट्रेलिया को 6 विकेट से रौंदा बल्कि सीरीज भी 1-1 से बराबरी पर खत्म की।
भारत को इस मैच को जीतने के लिए महज एक अच्छी शुरुआत की दरकार थी। इस भूमिका में शिखर और रोहित पूरी तरह 24 कैरेट सोने की तरह चमके। इन दोनों सूरमा बल्लेबाजों ने ऑस्ट्रेलियाई आक्रमण को ध्वस्त ही नहीं किया, बल्कि लंबे-लंबे शॉट्स खेलकर दर्शकों को भी मंत्रमुग्ध किया। भारत की सलामी जोड़ी ने 5 ओवरों में जब 62 रन ठोंक दिए, तभी लगने लगा था कि आज की रात भारतीय क्रिकेटरों के लिए जश्न की रात होने जा रही है।
ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज स्टोनिस पर रोहित भूखे शेर की तरह टूट पड़े। स्टोनिस ने एक ओवर में 22 रन लुटाए। रोहित को तेज गेंदबाजों के सामने फ्रंट फुट पर आकर छक्के जड़ते हुए देखना कमाल का अनुभव रहा। इस तरह के छक्के उनसे पहले सर विवियन रिचर्ड्स और रिकी पोंटिंग ही मारा करते थे।
रोहित की खासियत है कि वे बहुत जल्दी गेंदबाज की लाइन लेंग्थ को पढ़ लेते हैं और फिर गेंद का कचूमर बनना तय हो जाता है। रोहित ही नहीं, शिखर धवन ने भी ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों की जो आरती उतारी, वह उन्हें लंबे समय तक याद रहेगी।
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड की बाउंड्री 100 मीटर है और यहां पर छक्के उड़ाने के लिए दमगुर्दे चाहिए। शिखर और रोहित के बल्लों से निकले छक्के आकर्षक ही नहीं थे अलबत्ता ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का मनोबल गिराने के लिए काफी थे। भारत ने 5.3 ओवरों में पहला विकेट शिखर धवन (41) का खोया, तब स्कोर 67 रन था। शिखर ने 22 गेंदों का सामना किया और 2 छक्कों के अलावा 2 चौके लगाए।
शिखर के आउट होने के बाद अगले ही ओवर में 67 के ही कुल स्कोर पर रोहित शर्मा भी 16 गेंदों पर 23 रन बनाकर पैवेलियन लौटे। रोहित के बल्ले से 2 छक्के भी उड़े। भारत को जिस चीज की दरकार थी, वह इन दोनों सूरमाओं ने पूरी कर दी थी। 3 टी20 मैचों में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज चौकों और छक्कों के भरोसे रहे जबकि भारतीय बल्लेबाज नजदीकी रन निकालकर दबाव कम करते रहे।
14वें ओवर की शुरुआत तक भारत 108 रनों के कुल स्कोर पर 4 कीमती बल्लेबाजों (शिखर, रोहित, केएल राहुल 14, ऋषभ पंत 0) को खो चुका था और जीत की जिम्मेदारी पूरी तरह विराट कोहली के कंधों पर आ टिकी थी। यहीं पर विराट की 41 गेंदों पर 61 रनों की नाबाद पारी (4 चौके, 2 छक्के) और दिनेश कार्तिक के 18 गेंदों पर नाबाद 22 रन (1 चौका, 1 छक्का) के बूते पर भारत 4 विकेट पर 168 रन बनाने में सफल रहा था और उसने 6 विकेट से यह मैच तब जीता, जब मैच खत्म होने में 2 गेंदें बाकी थीं।
सिडनी के मैदान पर भारत की यह जीत आने वाली वनडे सीरीज और टेस्ट मैच में अहम भूमिका अदा करेगी। ऑस्ट्रेलिया पिछले कई महीनों से वनडे और टेस्ट सीरीज हारता आ रहा है और उसे उम्मीद थी कि सिडनी में वह टी20 सीरीज को जीतने के साथ नई शुरुआत करेगा लेकिन शिखर-रोहित की जोड़ी के बाद विराट की पारी ने उसकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।