ऑकलैंड। विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) अब टीम इंडिया में अपना स्थान सुरक्षित नहीं मान सकते हैं क्योंकि कप्तान विराट कोहली ने पार्टटाइम विकेटकीपर लोकेश राहुल का समर्थन उनके लिए खतरे की घंटी बजा दी है।
पंत को हाल के उनके लगातार खराब प्रदर्शन के बावजूद चयनकर्ता प्रमुख एमएसके प्रसाद, कप्तान विराट और उपकप्तान रोहित शर्मा का समर्थन मिल रहा था लेकिन न्यूजीलैंड के खिलाफ शुक्रवार को होने वाले पहले टी-20 मैच की पूर्वसंध्या पर विराट ने गुरूवार को संवाददाता सम्मेलन में खुले तौर पर राहुल का समर्थन कर पंत के सामने मुश्किलें खड़ी कर दीं।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल की वनडे सीरीज में पंत के चोटिल होने के बाद राहुल ने विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी संभाली और विकेट के पीछे अच्छा प्रदर्शन किया। राहुल बल्ले से पहले ही कमाल का प्रदर्शन कर रहे हैं जबकि पंत का बल्ला ज्यादातर समय खामोश ही रहा है। विराट कहा कि वनडे सीरीज की तरह टी-20 सीरीज में भी राहुल विकेटकीपर की भूमिका में होंगे। यदि ऐसा है तो फिर पंत को एकादश से बाहर बैठना पड़ सकता है।
विराट ने कहा, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वनडे सीरीज में जिस तरह की विकेटकीपिंग राहुल ने की थी उसे देखते हुए उन्हें न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में विकेटकीपर के तौर पर मौका दिया जा सकता है। राहुल शीर्ष क्रम के बल्लेबाज हैं और उन्हें विकेटकीपर के तौर पर उतारने से भारत एक अतिरिक्त बल्लेबाज उतार सकता है। राहुल में इसके अलावा किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी करने की क्षमता है।” कप्तान के इस बयान से माना जा सकता है कि कप्तान का पंत की बल्लेबाजी पर से भरोसा डगमगा गया है।
कप्तान ने कहा, राहुल न्यूजीलैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में रोहित शर्मा के साथ पारी की शुरुआत करेंगे क्योंकि शिखर धवन चोट के कारण इस सीरीज और इसके बाद वनडे सीरीज से बाहर हो गए हैं। शिखर की जगह संजू सैमसन को टीम में शामिल किया गया है जो आक्रामक बल्लेबाज होने के साथ-साथ अच्छे विकेटकीपर भी हैं। यानी पंत के सामने अब दोहरी चुनौती हो गई है।
विराट ने कहा, राहुल को विकेटकीपर के तौर पर खिलाने से एक फायदा है कि हम एकादश में एक अतिरिक्त बल्लेबाज शामिल कर सकते हैं। शिखर के चोटिल होने से हमारे कुछ प्लान बदले गए हैं। इसलिए राहुल मध्य क्रम की जगह ओपनिंग में उतरेंगे। अगर वह बल्ले के साथ-साथ कीपिंग भी अच्छी करते हैं तो उन्हें कीपर की जिम्मेदारी दी जा सकती है। यह अच्छी बात है कि वह किसी भी तरह की भूमिका को स्वीकार करते हैं, जो भी टीम की जरूरत है। वह टीम मैन हैं।